अस्पतालों में 7 सौ से अधिक डॉक्टर और स्टाफ संक्रमित, केजीएमयू बना हॉटस्पॉट
राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में 7 सौ से अधिक डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो गए हैं. इनमें से कई स्वास्थ्य कर्मचारी अस्पतालों में भर्ती हैं.
By
Published : Apr 20, 2021, 5:12 PM IST
लखनऊ:राजधानी का हर गली- मोहल्ला कोरोना वायरस की चपेट में है. वहीं, जिन डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर मरीजों की देखभाल का दारोमदार है, वह खुद संक्रमित हो गए हैं. अभी तक सरकारी अस्पतालों में 7 सौ से अधिक डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो चुके हैं. जबकि केजीएमयू में सबसे अधिक डॉक्टर-कर्मी संक्रमित हुए हैं. शहर में अब तक छह डॉक्टर और कर्मी की जिंदगी कोरोना वायरस लील चुका है. वहीं, कई डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में भर्ती हैं.
50 दवा कारोबारी भी संक्रमित केमिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री हरिश्चंद्र के मुताबिक दवा बाजार अमीनाबाद में वायरस का खौफ पसरा है. अब तक 50 के करीब कारोबारी चपेट में आ चुके हैं. वहीं दो, की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद बाजार में सैनिटाइजेशन कराने में हीलाहवाली की जा रही है.
कोविड जांच के लिए मांगे 900 रुपये, डॉक्टर ने दी तहरीर वहीं, लखनऊ के गोमती नगर स्थित एक अस्पताल में में कोरोना के इलाज और जांच के नाम पर जमकर धन उगाही की जा रही है. अस्पताल के खिलाफ गोमती नगर थाने में डॉ. प्रियदर्शनी गुहा ने तहरीर दी है. डॉ. प्रियदर्शनी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह मंगलवार को वह कोरोना की जांच कराने के गोमती नगर स्थित न्यू हॉस्पिटल गई थी. वहां उनसे जांच के लिए 900 रुपये मांगे गए. जब उन्होंने कहा कि जांच के लिए तो 700 की फीस निर्धारित है तो डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन की मांग की. जब उन्होंने कहा कि वह खुद डॉक्टर है तो उनसे कहा गया कि वे मेयो हॉस्पिटल के ही किसी डॉक्टर का प्रिसक्रिप्शन ला कर दें. इस संबंध में थानाध्यक्ष गोमती नगर का कहना है कि तहरीर मिली है, जिसकी जांच की जा रही है. यदि अनियमितता पाई गई तो प्राथमिकी दर्ज कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.