लखनऊ: उत्तर प्रदेश को देश के सबसे बड़े और उन्नत रक्षा विनिर्माण केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित करने को लेकर अब यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर में तेजी से कार्य किया जा रहा है. रक्षा क्षेत्र में कार्यरत देशी और विदेशी कंपनियों ने बीते तीन वर्षों में यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में निवेश करने की पहल की है. इसके तहत 65 बड़ी कंपनियों ने अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में सरकार से जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. इनमें से 19 बड़ी कंपनियों को बीते दिनों उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने 55 हेक्टेयर भूमि आवंटित कर दी है. यह 19 कंपनियां 1,245 करोड़ रुपये का निवेश करते हुए हजारों लोगों को रोजगार देंगी. डिफेंस कॉरिडोर में हुए इन निवेश से प्रदेश रक्षा उत्पाद निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर तेजी से बढ़ेगा.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2018 में इन्वेस्टर्स समिट के दौरान यूपी में डिफेंस कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी. तब यह ऐलान हुआ था कि प्रदेश सरकार लखनऊ, कानपुर, चित्रकूट, झांसी, आगरा और अलीगढ़ नोड में डिफेंस कॉरिडोर स्थापित कर रही है. फरवरी 2020 को लखनऊ में आयोजित डिफेंस एक्सपो के दौरान रक्षा उत्पाद से जुड़ी देशी और विदेशी कंपनियों ने कॉरिडोर में निवेश के लिए 50 हजार करोड़ के एमओयू किए थे. सबसे अधिक एमओयू अलीगढ़ में खैर रोड पर अंडला में बनाए जा रहे कॉरिडोर के लिए हुए हैं. इसके बाद लखनऊ नोड में कंपनियों ने निवेश करने में रूचि दिखाई है. एपीडा के अधिकारियों के अनुसार अलीगढ़ नोड में फैक्ट्री लगाने के लिए 29 कंपनियों ने अपने प्रपोजल सरकार को सौंपे और फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया. इसी प्रकार लखनऊ नोड में 11, झांसी नोड में 6, कानपुर नोड में 8 कंपनियों ने फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है.