लखनऊ: यूपी में कोरोना वायरस दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. फरवरी में कई जनपदों में सिमट चुका वायरस अब सूबे के 65 जिलों में फिर से पहुंच चुका है. संक्रमण के मामले में राजधानी टॉप पर है. बुधवार सुबह कोरोना के राज्य में 60 नए मरीज रिपोर्ट किए गए.
होली के त्योहार पर सावधानी
होली का पर्व नजदीक है. गैर राज्यों से लोगों का आने जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. ऐसे सभी लोगों की रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर जांच कराई जा रही है. वहीं जो लोग निजी साधनों से अपने घर पहुंच रहे हैं वह नजदीकी केंद्र पहुंचकर जांच अवश्य कराएं. इसके लिए गूगल पर जाकर 'मेरा कोविड केंद्र' एप डाउनलोड कर नजदीकी लैब की जानकारी ले सकते हैं. खासकर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं सार्वजनिक स्थलों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें. वहीं लखनऊ से बीजेपी विधायक नीरज बोरा भी कोरोना की चपेट में आ गए. मंगलवार को प्रदेश में 638 नए मामले कोरोना के पाए गए हैं. यह मार्च में सर्वाधिक हैं. वहीं चार मरीजों की मौत भी हुई है. यूपी के 75 जनपद में से 65 में कोरोना के मरीज मिले हैं. इसमें लखनऊ टॉप पर है. यहां मंगलवार को 232 मरीज 24 घंटे में पाए गए हैं. वहीं अब तक 8,764 लोगों की वायरस जान ले चुका है. 3,844 मरीजों का इलाज चल रहा है.
98 फीसद पर आई रिकवरी दर
वायरस का प्रकोप पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहा है. सोमवार को 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना वायरस के 542 नए मामले सामने आए. वहीं मरीजों की रिकवरी रेट भी घट गई है. मार्च के पहले सप्ताह में मरीजों की रिकवरी रेट 98.2 फीसद थी. यह घटकर अब 98 फीसद रह गई है. प्रदेश में अब तक 5 लाख 96 हजार 101 लोग वायरस से ठीक हो हो चुके हैं.
मार्च में ऐसे बढ़ा वायरस
यूपी में फरवरी में कोरोना पर नियंत्रण दिख रहा था. वहीं 1 मार्च को राज्य में 87 मरीज पाए गए. इसके बाद 2 मार्च को 105 मरीज रहे, 3 मार्च को 77, 4 मार्च को 119, 5 मार्च को 128, 6 मार्च को 131,7 मार्च को 117, 8 मार्च को 103, 9 मार्च को 151, 10 मार्च को 128, 11 मार्च को 146, 12 मार्च को 167, 13 मार्च को 156, 14 मार्च को 178, 15 मार्च को 151, 16 मार्च को 228, 17 मार्च को 261, 18 मार्च को 321, 19 मार्च को 393,20 मार्च 442 और 21 मार्च 496, 22 मार्च को 542, 23 मार्च को 638 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई. वहीं लखनऊ में सर्वाधिक प्रकोप है.
एयर पोर्ट से लेकर बस स्टॉप तक जांच
कोरोना संक्रमण को लेकर यूपी के सभी जिले अलर्ट हैं. रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टॉप पर गैर राज्य से आ रहे हैं लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है. वहीं संदिग्ध लक्षण वाले यात्रियों के एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है. शासन ने मास्क, फिजिकल डिस्टेंसिंग, स्क्रीनिंग, टेस्टिंग पर जोर देने को कहा है. दस्तक अभियान के तहत आशा बहू घर-घर जाकर बाहर से आ रहे लोगों का ब्योरा जुटा रही हैं. उनके स्वास्थ्य की जानकारी के लिए कोविड कंट्रोल रूम से फोन किया जा रहा है. प्रवासियों की 14 दिन तक निगरानी की जाएगी.