लखनऊ: यूपी में बुखार का प्रकोप छाया हुआ है. इन मरीजों में डेंगू की पुष्टि अधिक हो रही है, वहीं कोरोना का ग्राफ घट रहा है. मगर, त्योहारों के बाद कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा है. साथ ही मध्यप्रदेश में दूसरा स्ट्रेन मिलने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. सोमवार सुबह 6 कोरोना व डेंगू के 65 मरीज पाए गए. वहीं फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद जारी होगी. इसके अलावा कानपुर के जीका वायरस को लेकर प्रदेश भर में अलर्ट है. केजीएमयू 22 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं.
रविवार को यूपी में 1 लाख 71 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. इसमें 13 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है, वहीं चार मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 8 करोड़ 22 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.
ये जिले हैं कोरोना मुक्त
प्रदेश के 44 जिलों में एक भी एक्टिव केस नहीं है.वहीं 60 के करीब जिलों में 24 घंटे में कोई केस नहीं मिला.अलीगढ़, अमरोहा ,औरैया, बदायूं ,बागपत ,बलिया ,बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच ,बिजनौर, चित्रकूट ,देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद ,फतेहपुर,ल ,फिरोजाबाद, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई ,हाथरस ,झांसी ,कानपुर नगर, कानपुर देहात ,कासगंज ,कौशांबी ,कुशीनगर ,लखीमपुर-खीरी, ललितपुर ,महाराजगंज ,महोबा ,मैनपुरी, मिर्जापुर, मुरादाबाद ,प्रतापगढ़ ,रायबरेली, सीतापुर ,रामपुर, संतकबीरनगर ,शामली ,श्रावस्ती ,सोनभद्र और उन्नाव में अब कोविड का मरीज नहीं बचा है. यह जनपद कोरोना मुक्त हो गए हैं.
.हर रोज घट-बढ़ रहे मरीज
एक अगस्त को 36 मरीज मिले. दो अगस्त को 25, वहीं तीन अगस्त को 65 रोगी पाए गए. इसके अलावा 4 अगस्त को 61, 5 अगस्त को 34, 6 अगस्त को 41, 7 अगस्त को 28, 8 अगस्त को 58, 9 अगस्त को 23, 10 अगस्त को 20, 11 अगस्त को 27 व 12 अगस्त को 43 मरीज मिले. वहीं माह में सर्वाधिक मौतें 12 अगस्त को ही हुईं. 13 अगस्त को 33 मरीज मिले. 14 अगस्त को 42, 15 अगस्त को 72 नए मरीज पाए गए. 16 अगस्त को 17 नए मरीज मिले. 17 अगस्त को 27 मरीज मिले. 18 अगस्त को 29 केस मिले. 19 अगस्त को 26 केस रहे. 20 अगस्त को 26, 21 अगस्त को 19, 22 अगस्त को 19, 23 अगस्त को 7, 24 को 28 केस, 25 को 22, 26 को 19, 27 को 21, 28 को 26 केस, 29 को 15, 30 को 21, 31 को 19 केस मिले.
सितंबर :एक सितम्बर को 19 मरीज मिले. दो सितम्बर को 36 व तीन सितम्बर को 18, चार सितम्बर को 26 मरीज, पांच सितम्बर को 18 केस, 6 सितम्बर को 12 केस, 7 सितम्बर को 22, 8 सितम्बर को 16, 9 सितम्बर को 11, 10 सितम्बर को 10 केस मिले. 11सितम्बर 14, 12 सितम्बर 21, 13 सितम्बर को 14 केस, 14 सितम्बर को 33 केस, 15 सितम्बर को 19 केस, 16 सितम्बर को 24 केस, 17 सितम्बर को 18 केस मिले. 18 सितम्बर को 9 केस, 19 सितम्बर को 17 केस, 20 सितम्बर को 20, 21 सितम्बर को 13 केस, 22 सितम्बर को 17 केस, 23 सितम्बर 11, 24 सितम्बर 28 केस, 25 सितम्बर 14 केस, 26 सितम्बर को 11, 27 सितम्बर को 7 केस मिले. 28 सितम्बर को 18, 29 सितम्बर को 8 मरीज, 30 सितम्बर को 14 केस मिले.
अक्टूबर : एक अक्टूबर को24, दो अक्टूबर को 14 केस, तीन अक्टूबर 13 केस मिले, चार अक्टूबर को 16 केस, पांच अक्टूबर 21 केस, छह अक्टूबर को 9 केस, 7 अक्टूबर को 15, 8 अक्टूबर को 11 केस मिले, 9 अक्टूबर को 11 केस, 10 अक्टूबर को 18 केस मिले, 11 अक्टूबर को 12 केस, 12 अक्टूबर 20 केस मिले, 13 अक्टूबर को 11केस मिले, 14 अक्टूबर को 14 केस, 15 अक्टूबर को 6, 16 अक्टूबर को 5, 17 अक्टूबर को 10, 18 अक्टूबर को 9, 19 अक्टूबर को 12, 20 अक्टूबर को 11, 21 अक्टूबर को 12 केस मिले, 22 अक्टूबर 3 केस, 23 अक्टूबर को 13 केस,24 अक्टूबर 13 केस मिले।
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इन राज्यों को लेकर अलर्ट
जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसद तक है, वहां से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज़ का प्रमाणपत्र है, तो जांच की जरूरत नहीं है. मग़र, बाहर से आने पर सात दिन क्वारन्टीन की सलाह दी गयी है. इसमें मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र,गोवा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश,मिजोरम, केरल आदि हैं.
अब सिर्फ 0.01 फीसद से कम पॉजिटीविटी रेट
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.09 रह गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसद से कम हो गई है. वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसद पर बनी हुई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
98.7 फीसद पर रिकवरी रेट
30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 94 रह गयी. वहीं, रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसद हो गई है.