लखनऊ:बैठक में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि संस्थान के विस्तृत विजन डाॅक्यूूमेन्ट तथा नियमों को शीघ्र तैयार कर प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाए. निर्णय लिया गया कि जब तक कि संस्थान के नियम पूर्णतः तैयार नहीं होते हैं. तब तक संस्थान के समस्त कार्य एसजीपीजीआई के मानदण्डों पर आधारित होंगे. मुख्य सचिव ने कोविड-19 महामारी के दौरान राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के किए गए कार्यों की प्रशंसा की.
स्वास्थ्य सुविधाएं हो गुणवत्तायुक्त
बैठक के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता सदस्य, शासी निकाय अनिला सिंह ने राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान को एसजीपीजीआई की तर्ज पर विकसित कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे. शासी निकाय की बैठक के दौरान संस्थान में एनएमसी की आवश्यकतानुरूप फैकल्टी एवं रेजीडेन्ट पद की स्वीकृति भी प्रदान की गई. जिलाधिकारी, गौतमबुद्ध नगर की अध्यक्षता में गठित कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल काॅलेज के निर्माण हेतु भूमि प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई.