लखनऊ:लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) द्वारा केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली के दौरान सत्र 2021-22 में 119 पाठ्यक्रमों के लिए 52 महाविद्यालय ने आवेदन किया. वहीं छात्र-छात्राओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय जल्द ही और भी महाविद्यालय को जोड़ने का प्रयास करेगा. हालांकि प्रवेश के लिए अभ्यर्थी 31 अगस्त तक ही इन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकेंगे.
लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने सत्र 2020 में विश्वविद्यालय की संपूर्ण प्रवेश प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किया था और पूरी प्रक्रिया को केंद्रीयकृत कर विश्वविद्यालय के विभिन्न संबद्ध महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए भी द्वार विश्वविद्यालय में ही खोलें गए थे. समस्त कोरोना काल के दौरान छात्र-छात्राओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्रीकृत प्रवेश प्रक्रिया न केवल विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए शुरू की गई थी, बल्कि विश्वविद्यालय के समस्त संबद्ध महाविद्यालय को इस प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
LU में 119 पाठ्यक्रमों के लिए 52 महाविद्यालयों ने किया आवेदन
लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) द्वारा केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली के दौरान सत्र 2021-22 में 119 पाठ्यक्रमों के लिए 52 महाविद्यालय ने आवेदन किया है. लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) जल्द ही और भी महाविद्यालय को जोड़ने का प्रयास करेगा.
2020 में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कई महाविद्यालय ने विश्वविद्यालय की केंद्रीकृत प्रवेश प्रक्रिया में भाग लिया था. इस प्रक्रिया में 119 पाठ्यक्रमों के लिए इस वर्ष सत्र 2021-22 के अकादमिक सत्र के लिए 52 महाविद्यालयों ने आवेदन प्रस्तुत किया है. वहीं आवेदन की प्रक्रिया को 31 अगस्त तक करने का आदेश भी जारी किया है और जल्द ही छात्र-छात्राओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और भी संबद्ध महाविद्यालय इस प्रणाली में जुड़ेंगे.
उन्होंने बताया कि इस बार सबसे अधिक आवेदन बीकॉम ऑनर्स, पाठ्यक्रम के लिए आए हैं. इसके अतिरिक्त बीसीए, बीबीए एवं बीएससी मैथ और बीएससी बायोलॉजी के लिए भी कई महाविद्यालयों ने आवेदन किया है. एमएड-एमकॉम के लिए भी कई आवेदन प्राप्त हुए हैं. इन पाठ्यक्रमों के अलावा बीए, बीजेएमसी, बीएससी एग्रीकल्चर, बीवीए, बीएफए, बीएलएड, बीपीएड, एमए, एमपीएड पाठ्यक्रमों की भी लोकप्रियता महाविद्यालयों के आवेदन में देखने को मिली है. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्रीकृत प्रवेश प्रक्रिया का लाभ यह है कि छात्रों को अलग-अलग महाविद्यालय के अलग-अलग फॉर्म नहीं भरने पड़ेंगे और एक ही फॉर्म से उन्हें प्रवेश के लिए अवसर मिल सकेगा.
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