लखनऊ: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए गुरुवार बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक बृजलाल ने 500 करोड़ रुपए की धनराशि के लोन का स्वीकृति पत्र यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी को दिया है. इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 2 हजार 250 करोड़ के लोन की बैकों के समूह से अधिकतम सीमा निर्धारित की गई है, जिसकी तुलना में बैकों से 2300 करोड़ लोन स्वीकृत हो चुका है. इसके तहत गुरुवार को 500 करोड़ रुपए के लोन का स्वीकृति पत्र सौंपा गया.
अब तक इन बैंकों ने इतनी धनराशि का लोन किया है स्वीकृत
इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक द्वारा 750 करोड़, यूको बैंक द्वारा 250 करोड़, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र द्वारा 250 करोड़, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 250 करोड़ और केनरा बैंक द्वारा 300 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया गया है. पंजाब नेशनल बैंक द्वारा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना के वित्त पोषण के लिए बनने वाले बैंक समूह का नेतृत्व किया जाएगा.
जरूरत के अनुसार बैंकों से पैसा निकालेगा यूपीडा
यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बताया कि संपूर्ण लोन राशि तीन वर्षां में यूपीडा द्वारा आवश्यकतानुसार समय-समय पर बैंकों से निकाली की जाएगी. ऋण राशि के लिए प्रारम्भिक तौर पर समूह बैंकिंग व्यवस्था के तहत कार्य किया जाएगा, लेकिन यूपीडा की परियोजना के कार्य के लिए धनराशि की तात्कालिक आवश्यकता और अन्य बैंकों से अंतिम स्वीकृति में लग रहे समय को ध्यान में रखते हुए पंजाब नेशनल बैंक ने बैंक समूह के लीड बैंक की भूमिका स्वीकार करते हुए यह सहमति दी है.
प्रोसेसिंग फीस माफ करने की सहमति
अवनीश अवस्थी ने बताया कि सभी बैंकों द्वारा सामान्य रूप से ली जाने वाली अप फ्रंट फीस एव प्रोसेसिंग फीस यूपीडा के लिए माफ करने की सहमति दी गयी है. इस लोन का बैंक वापसी का भुगतान ऋण की स्वीकृति के दिनांक से 03 वर्ष की मोरेटोरियम अवधि के बाद 12 वर्षों में (कुल 15 वर्ष की अवधि में) त्रैमासिक आधार पर 48 किश्तों में किया जाएगा.
91 किमी लंबा है एक्सप्रेस वे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे जनपद गोरखपुर में गोरखपुर बाईपास एनएच- 27 ग्राम-जैतपुर के पास से प्रारम्भ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जनपद आजमगढ़ में समाप्त होगा. एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 91.352 किमी है. एक्सप्रेस-वे से जनपद गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ लाभान्वित होंगे.