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PAC में तैनात 5 IPS को विशेष सुरक्षा बल में मिली अहम जिम्मेदारी, 4 DSP के भी ट्रांसफर

उत्तर प्रदेश में 5 आईपीएस को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. गृह विभाग द्वारा जारी की गई ट्रांसफर लिस्ट में विशेष सुरक्षा बल की शाखाओं में यह प्रभार सौंपा गया है. ट्रांसफर किए गए आईपीएस में पीएसी में तैनात 5 अफसरों को विशेष सुरक्षा बल की शाखा की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

कॉन्सेप्ट इमेज.
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Published : Jun 24, 2021, 6:41 AM IST

Updated : Jun 24, 2021, 6:47 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुधवार को PAC में तैनात 5 IPS अफसरों को विशेष सुरक्षा बल की शाखा में अहम जिम्मेदारी सौंपी है. इन अफसरों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. बीते सितंबर 2020 में गठित किये गए एक विशेष सुरक्षा बल में अफसरों को तैनात कर दिया गया है.

औद्योगिक प्रतिष्ठानों में तैनाती
बता दें कि औद्योगिक प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, मेट्रो और कोर्ट जैसे स्थानों की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल का गठन किया गया है. इस विशेष बल को बिना वारंट किसी की तलाशी लेने और गिरफ्तार करने तक की छूट दी गई है. वहीं देर रात शासन ने चार DSP भी स्थानांतरित किए हैं.

इन IPS अफसरों को मिला प्रभार

  • 2010 बैच के आईपीएस जयप्रकाश को 32वीं वाहिनी पीएससी के साथ 01 वाहिनी विशेष सुरक्षा बल लखनऊ का प्रभार दिया गया है.
  • 2010 बैच के आईपीएस कुंटल किशोर को 26वीं वाहिनी पीएसी के साथ 02 वाहिनी विशेष सुरक्षा बल गोरखपुर का प्रभार सौंपा गया है.
  • 2015 बैच के आईपीएस अविनाश पांडे को चतुर्थ वाहिनी पीएसी के साथ 03 वाहिनी विशेष सुरक्षा बल प्रयागराज का प्रभार सौंपा गया है.
  • 2010 बैच के आईपीएस संजय सिंह को 45वीं पीएसी अलीगढ़ के साथ चतुर्थ वाहिनी विशेष सुरक्षा बल मथुरा का प्रभार सौंपा गया है.
  • 2011 बैच के आईपीएस सूर्यकांत त्रिपाठी को 44वीं पीएसी मेरठ के साथ 5वीं वाहिनी विशेष सुरक्षा बल सहारनपुर का प्रभार सौंपा गया है.

विशेष सुरक्षा बल के अधिकार
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के नाम से गठित इस नई फोर्स का नेतृत्व एडीजी स्तर का अधिकारी करेगा. यह बल किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकेगा, जो उसे प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के दौरान कर्तव्यों का पालन करने से रोकता है. वहां हमला करने, हमला करने की धमकी देने, आपराधिक बल का प्रयोग करने की कोशिश करता है. इसके लिए बल के सदस्यों को किसी मैजिस्ट्रेट के वारंट की जरूरत नहीं होगी. संदेह के आधार पर बिना वारंट तलाशी भी ली जा सकेगी. हालांकि गिरफ्तारी के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देनी होगी और गिरफ्तार व्यक्ति को थाने के हवाले करना होगा.

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फोर्स में होंगे 9,919 कर्मी, एक साल में खर्च होंगे 1,747 करोड़ रुपये
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि इस विशेष सुरक्षा बल में शुरुआती दौर में 9,919 कर्मी होंगे. इसकी 5 बटालियन होंगी, जिस पर एक साल में 1,747 करोड़ रुपये खर्च होगा. पीएसी का इंफ्रास्ट्रक्चर भी इसमें शेयर किया जाएगा. बुधवार को विशेष सुरक्षा बल में पांच अफसरों को तैनाती दी गई है.

चार DSP का भी किया गया तबादला
मुरादाबाद में तैनात डीएसपी बलराम को गाजीपुर जिला भेजा गया है. इसके अलावा राजीव द्विवेदी को गाजीपुर से एटीएस उत्तर प्रदेश लखनऊ में तैनाती दी गई है. आतिश कुमार सिंह को सुरक्षा मुख्यालय लखनऊ से एटीएस में तैनाती दी गई है. इसके अलावा शंकर प्रसाद को पीएसी लखनऊ से सुरक्षा मुख्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ में तैनाती दी गई है.

Last Updated : Jun 24, 2021, 6:47 AM IST

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