लखनऊ : वायु प्रदूषण की मार से करीब-करीब हर बड़े शहर परेशान हैं. अस्पतालों में आंख से संबंधित बीमारी लिए मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं. अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक बीते एक सप्ताह से आंखों के मरीज 40 प्रतिशत बढ़ गये हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि शरीर का सबसे अहम हिस्सा आंखें होती हैं. उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी इस समय वायु प्रदूषण से हाल बेहाल है. हालत यह है कि राज्य के सभी जिलों का प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ा है. राजधानी लखनऊ का भी AQI इन दिनों 300 के पास पहुंच चुका है. यही वजह है कि शहर में आंखों की समस्या से लोग जूझ रहे हैं.
राजधानी के सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश शर्मा ने बताया कि इस समय आंखों के मरीज ओपीडी में बढ़ गये हैं. जितने भी मरीज आ रहे हैं, उनकी आंखों में एक ही समस्या है जोकि पॉल्यूशन की वजह से होती है. आंखों में जलन, आंखों में लालिमा, आंखों से पानी आना, सो कर उठने के बाद आंखों का चिपक जाना और आंखों के इंफेक्शन से परेशान मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. बड़ी बात यह है कि ऐसा सिर्फ बीते 1 हफ्ते से हुआ है.
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बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु बताते हैं कि बलरामपुर अस्पताल में भी इस समय मरीज आंखों की समस्या लेकर आ रहे हैं. जितने भी मरीज आ रहे हैं सभी को एक ही समस्या है. दरअसल इस समय शहर में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ा है. रोजाना 150 से अधिक मरीज आ रहे हैं, जबकि पहले इससे बेहद कम आते थे.
वहीं केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह का भी कहना है कि केजीएमयू में इस समय आंखों के ज्यादा मरीज आ रहे हैं. उनके मुताबिक जो मरीज ज्यादा देर तक बाहर रहते हैं, उनकी आंखों में ज्यादा जलन और खुजली होती है. साफ मतलब है कि वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऑनलाइन 250 लोग रजिस्ट्रेशन कराते हैं और ओपीडी में करीब 200 मरीज आते हैं.