लखनऊ: पंचायती राज विभाग में काम करने वाले 4 हजार पंचायत सहायकों ने अपनी नौकरी से बाय-बाय कर दिया है. जिसका कारण या तो उन्हें सरकारी नौकरी अच्छी नहीं लग रही है या फिर उन्हें किसी दूसरे विभाग में बड़ी नौकरी मिल गई है. गौरतलब है कि अब पंचायती राज विभाग इन रिक्त हुए पदों पर तैनाती किए जाने और युक्त प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रस्ताव भेजा है और पूरा मार्गदर्शन मांगा गया है.
पंचायती राज विभाग विभाग की तरफ से प्रदेश की ग्राम पंचायतों में पंचायती राज विभाग से संबंधित गांव में होने वाले विकास कार्यों की मॉनिटरिंग और कामकाज कराने को लेकर पंचायत सहायक के साथ-साथ डाटा एंट्री ऑपरेटर की तैनाती की गई थी. हाल के कुछ महीने में प्रदेश भर में करीब 4,000 पंचायत सहायकों ने अपनी-अपनी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया है.
पंचायती राज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एक तरफ जहां इस पद के लिए मिलने वाले वेतनमान को लेकर पंचायत सहायकों में नाराजगी थी. नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान पहले तो उन्होंने जॉइनिंग तो ले ली और बाद में त्यागपत्र दे दिया तो कुछ पंचायत सहायकों की दूसरे विभागों में अच्छी नौकरी लग गई और तो यहां से इस्तीफा दे दिया.
इसके अलावा तमाम ऐसे युवा हैं जो पिछले साल पंचायत सहायकों के पद पर नियुक्त हो गए थे, लेकिन दूसरे विभागों में नौकरी को लेकर तैयारी कर रहे हैं. इस दौरान ग्राम पंचायतों में काम करते समय उन्हें तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.