लखनऊः NCERT की फर्जी किताबें छापने और बेचने वाले गिरोह को लेकर यूपी एसटीएफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. प्रदेशभर में जाल बिछाने के बाद यूपी एसटीएफ की मेरठ इकाई ने जनपद में छापेमारी की. इस दौरान 8 लाख 90 हजार से ज्यादा फर्जी किताबें बरामद की. करोड़ों रुपये कीमत की फर्जी किताबों के साथ रुपयों की बिलिंग करने में इस्तेमाल होने वाले दो कंप्यूटर भी बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही गिरोह के 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं मेरठ और गजरौला में गोदामों को सील किया जा चुका है.
UPSTF की बड़ी कार्रवाई, मेरठ में करोड़ों की फर्जी NCERT किताबों के साथ 4 गिरफ्तार - फर्जी किताबों के साथ 4 गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ अब NCERT की फर्जी किताबें छापने वाले गिरोह को खंगालने में लग गई है. रविवार को एसटीएफ ने मेरठ में छापेमारी की. इस दौरान 8 लाख 90 हजार से ज्यादा फर्जी किताबें बरामद हुई हैं. वहीं मौके से 4 आरोपी भी पकड़े गए हैं.
चाचा-भतीजा फरार
मेरठ में छापेमारी भाजपा नेता संजीव गुप्ता और उसके भतीजे सचिन गुप्ता के फार्म हाउस पर की गई. फार्म हाऊस पर कारखाना और गोदाम का संचालन राहुल गुप्ता करवाता था. राहुल गुप्ता ने गोदाम को किराए पर ले रखा था. छापेमारी के दौरान गोदाम के सुपरवाइजर सुनील कुमार, शिवम, राहुल और आकाश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चाचा-भतीजा संजीव गुप्ता और सचिन गुप्ता फरार हैं.
बिलिंग के बाद देशभर में होती थी सप्लाई
पूछताछ में गिरोह के लोगों ने बताया कि मेरठ में किताबें छापी जाती थीं और यहीं से फर्जी बिल भी तैयार किए जाते थे, जबकि कुछ किताबें गजरौला स्थित प्रिंटिंग प्रेस से छपकर मेरठ स्थित गोदाम लाई जाती थीं. यहीं पर उन किताबों की भी बिलिंग की जाती थी. यहीं से किताबें देश के अन्य राज्यों और जनपदों में भेजी जाती थीं. इसकी जिम्मेदारी गिरोह के विकास त्यागी और नफीस की थी.