लखनऊ: राष्ट्रपति पद (Presidential Election 2022) के लिए सोमवार को हुए चुनाव में कुल 396 विधायकों ने वोट डाले. यूपी विधान भवन के तिलक हॉल में मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई तो सबसे पहला वोट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डाला इसके बाद दूसरा वोट संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने डाला.तीसरे वोट के रूप में गौतम बुध नगर के जेवर से विधायक धीरेंद्र सिंह ने मतदान किया. इस चुनाव में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, मंत्री धर्मपाल सिंह, स्वतंत्र देव सिंह समेत कई मंत्रियों ने मताधिकार का प्रयोग किया. सबसे आखिरी वोट समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल ने डाला.
राष्ट्रपति पद के चुनाव में खास बात यह है कि समाजवादी पार्टी और गठबंधन के खेमे में भी बीजेपी ने सेंध लगा दी. एक तरफ जहां गठबंधन के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करते हुए मतदान किया, वही सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भी खुलेआम द्रौपदी मुर्मू को मतदान करने की बात कही. इसके अलावा बरेली के भोजीपुरा से सपा विधायक शहजील इस्लाम ने भी क्रास वोटिंग की. शहजील इस्लाम ने मतदान से पहले और मतदान के बाद शिवपाल सिंह यादव के साथ मुलाकात की और बातचीत की. माना जा रहा है कि शहजील इस्लाम ने सपा नेतृत्व की बात मानने के बजाय द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में अपना मतदान किया है. जानकारों का कहना है कि सपा विधायक ने अपने आगे का रास्ता ठीक करने और उनके पेट्रोल पंप पर योगी सरकार द्वारा की गई कार्यवाही से बचने के लिए शिवपाल के सहारे सरकार के करीब जाने की कोशिश की है. इसके साथ ही कई अन्य सपा विधायकों के क्रास वोटिंग की चर्चा है.
वहीं, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने भी मतदान किया. उन्होंने भी एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है. कुल 396 विधायकों ने वोट डाले. 403 विधानसभा सदस्यों में से 398 विधायकों को विधान भवन मतदान करना था. विधायकों ने लखनऊ से बाहर मतदान के लिए अनुमति मांगी थी जिन्होंने बाहर ही अपने मताधिकार का उपयोग किया.
सपा के विधायक अब्बास अंसारी गैर जमानती वारंट जारी होने के चलते मतदान करने नहीं पहुंचे जबकि दूसरे सपा विधायक नाहिद अंसारी एक मुकदमे में जेल में बंद हैं और मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले सके. यूपी विधान सभा के पांच सदस्य ऐसे हैं जो राष्ट्रपति पद के चुनाव में लखनऊ से बाहर मतदान करने की प्रक्रिया में शामिल हुए. सहारनपुर की नकुड़ सीट से भाजपा विधायक मुकेश चौधरी, हाथरस के सादाबाद सीट से रालोद विधायक प्रदीप कुमार सिंह, मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से सपा विधायक जियाउर्रहमान, महोबा की चरखारी सीट के भाजपा विधायक ब्रजभूषण राजपूत व वाराणसी की सेवापुरी सीट से भाजपा विधायक नील रतन सिंह ने बाहर से मतदान किया. इनमें से मुकेश चौधरी, प्रदीप कुमार सिंह, ब्रजभूषण राजपूत, जियाउर्रहमान ने निर्वाचन आयोग को संसद भवन दिल्ली में मतदान करने का विकल्प दिया था जबकि नील रतन सिंह ने तिरुवनंतपुरम में वोट डालने का विकल्प दिया था, जिसे अनुमति देते हुए व्यवस्था कराई गई.