लखनऊ: संचारी रोग निदेशक मेजर डॉ. जीएस बाजपेयी के मुताबिक राज्य में कोरोना का प्रकोप नियंत्रण में है. वहीं डेंगू अब पैर पसार रहा है. ऐसे में सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. अस्पतालों में इलाज की मुफ्त व्यवस्था की गई है. बुखार के मरीजों का घर-घर सर्वे किया जा रहा है. गुरुवार को 14 जिलों में 129 डेंगू के मामले पाए गए थे. वहीं शुक्रवार को 154 डेंगू के और मरीज मिले. प्रदेश में 1 जनवरी से 10 सितंबर तक 58 जिलों में 1528 केस रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं शनिवार को डेंगू का आंकड़ा 372 पहुंच गया. इसके अलावा चिकनगुनिया के 30 और कालाजार के 50 मरीज पाए गए हैं.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के प्रमुख डॉ. बलराम भार्गव के मुताबिक यूपी के फिरोजाबाद जिले में अधिकांश मौतें डेंगू बुखार के डी-टू स्ट्रेन के कारण हुई हैं. उन्होंने बताया कि यह स्ट्रेन बहुत घातक होता है और जानलेवा है. यह अक्सर ब्लीडिंग का कारण बनता है. इसके अलावा यह प्लेटलेट काउंट को भी तेजी से प्रभावित करता है. यह स्ट्रेन मथुरा और आगरा में भी पाया गया है. उन्होंने कहा कि, किसी भी बुखार को हल्के में न लें. चाहे वह मलेरिया हो, डेंगू हो या कोविड. इस समय कोविड और डेंगू दोनों का खतरा है. यह दोनों घातक भी हो सकते हैं.
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