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राजधानी के अस्पतालों में 3,419 बेड खाली

राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में बेड की किल्लत अब खत्म हो चुकी है. शुक्रवार को सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर 3,419 बेड खाली रहे.

दूर हुई राजधानी के अस्पतालों में बेड की किल्लत
दूर हुई राजधानी के अस्पतालों में बेड की किल्लत

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Published : May 14, 2021, 3:46 PM IST

लखनऊः राजधानी के अस्पतालों में शुक्रवार को सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर 3,419 बेड खाली हो गए हैं. हालांकि कई सरकारी अस्पतालों में इसलिए भी बेड अभी खाली हैं, क्योंकि वहां पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. वहीं, कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन का रोना है.

सरकारी अस्पतालों में खाली हैं पर्याप्त बेड
राजधानी के न केवल निजी अस्पतालों में बल्कि सरकारी अस्पतालों में भी पर्याप्त बेड खाली हैं. इनमें वेंटीलेटर वाले भी हैं और ऑक्सीजन वाले भी. तीनों कैटेगरी के अस्पतालों में बेड की पर्याप्त उपलब्धता है. अटल बिहारी वाजपेई को बिल्ड हॉस्पिटल में 78 बेड खाली हैं, तो डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 97, इंट्रीगल मेडिकल कॉलेज में 280 बेड खाली हैं. बलरामपुर अस्पताल में आधे से अधिक यानी 165 बेड खाली पड़े हैं. नार्दन रेलवे के पताल में भी आधे से अधिक 75 बेड खाली हैं. संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भी सभी कैटेगरी में 70 बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा टीएसएम मेडिकल कॉलेज में 198, लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में 123, हेरिटेज हॉस्पिटल में 41, प्रसाद इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में 216, एरा मेडिकल कॉलेज में 238, कैंसर इंस्टीट्यूट में 04, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में 251, यूपी कोविड हॉस्पिटल में 45 बेड खाली पड़े हैं.


निजी अस्पतालों में भी बेड खाली

अधिकांश निजी अस्पताल के बेड मरीजों के लिए खाली हैं. अपेक्स हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में 12, सीएनएस हॉस्पिटल में 30, एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल में 14, साईं हॉस्पिटल में 16, टेंडर पाम हॉस्पिटल में 11, जीसी आरजी मेमोरियल हॉस्पिटल में 28, फेमिना हॉस्पिटल में 10, वागा हॉस्पिटल में 10, एसएचएम हॉस्पिटल में 10, आस्था हॉस्पिटल में चार, चंदन हॉस्पिटल में 6, मेदांता हॉस्पिटल में 7, राधा कृष्ण हॉस्पिटल में 17, राम सागर मिश्रा हॉस्पिटल में 57, ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में 138, श्री साईं लाइफ हॉस्पिटल में 11, अथर्व हॉस्पिटल में 30, संजीवनी हॉस्पिटल में 19, मां चंद्रिका देवी हॉस्पिटल में 95, वात्सल्य मेडिकल सेंटर में 7, लखनऊ मेट्रो हॉस्पिटल में 27, निशात मेडिकल हॉस्पिटल में 12, डॉक्टर ओपी चौधरी हॉस्पिटल में 49, अल्टिस हॉस्पिटल में 27, किंग हॉस्पिटल में 20, रॉकलैंड अस्पताल में 24, बाबा अस्पताल में 22, अपराजिता हॉस्पिटल में 18, कामाख्या हॉस्पिटल में 34, चरक हॉस्पिटल में 23, आरएसडी समर्पण हॉस्पिटल में से चरक हॉस्पिटल में सात, जगरानी हॉस्पिटल में 9,अवतार हॉस्पिटल में 15, सिरसा हॉस्पिटल में 23, शताब्दी हॉस्पिटल में 34, विद्या हॉस्पिटल में 64, शन हॉस्पिटल में 34, लखनऊ हॉस्पिटल में 7, न्यू मेडिकल सेंटर में 17, शिवा हॉस्पिटल में 13, मेक वेल हॉस्पिटल में 21, आर आर सिन्हा हॉस्पिटल में 319, सुषमा हॉस्पिटल में 9, राजधानी हॉस्पिटल में 10, विवेकानंद पॉलीक्लिनिक में 47, कोवा हास्पिटल में 22, मेडिकल केयर सेंटर में 14, एवन हास्पिटल में 19, विनायक ट्रामा सेंटर में 26 और जेपी हॉस्पिटल में 24 बेड खाली हैं.

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इन अस्पतालों में खाली नहीं हैं कोई बेड

राजधानी के कुछ निजी अस्पतालों में शुक्रवार को भी एक भी बेड खाली नहीं रहा. इनमें अपोलो मेडिक्स हॉस्पिटल, सहारा अस्पताल, नोवा अस्पताल और मिडलैंड हेल्थकेयर शामिल है. इनमें किसी भी कैटेगरी में कोई बेड खाली नहीं है.

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