लखनऊ: राजधानी में निजी अस्पतालों की मनमानी के चलते मरीज अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही और अवैध तरीके से बिल वसूली का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में प्रशासन निजी अस्पतालों पर कार्रवाई के लिए मौन बना हुआ है. थाना क्षेत्र गोमती नगर स्थित मेयो हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीज के मौत के बाद परिजनों ने गलत तरीके से बिल बनाने और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है.
बीते दिनों राजधानी के बहुचर्चित अपोलो हॉस्पिटल और विभूति खंड थाना अंतर्गत स्थित चंदन हॉस्पिटल पर भी ऐसे आरोप लगे हैं. मामले में कोर्ट के आदेशानुसार मुकदमे भी दर्ज किए गए. गोमती थाना क्षेत्र निवासी ध्रुव कुमार सिंह का कहना है कि 4 दिन पहले लोक बंधु हॉस्पिटल से कोरोना संक्रमित रमेश को मेयो हॉस्पिटल में रेफर किया गया. बुधवार को इलाज के दौरान रमेश की मृत्यु हो गई. रमेश को रेफर करने के दौरान यह बताया गया था कि मेयो अस्पताल में L-2 फैसिलिटी नहीं है. वहां पर L-3 फैसिलिटी मिलेगी और मरीज स्वस्थ हो जाएगा.