लखनऊ: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में गुरुवार को श्रुति सभागार में आयोजित 27 वें दीक्षांत समारोह में मेधावी छात्रों को डिग्री और पुरस्कार प्रदान किए गए. इस समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, महामहिम राज्यपाल, उत्तर प्रदेश ने समारोह की अध्यक्षता की. समारोह में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और श्री मयंकेश्वर शरण सिंह और मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार और अध्यक्ष, पीजीआई श्री दुर्गा शंकर मिश्रा और सचिव, चिकित्सा शिक्षा, आईएएस सुश्री श्रुति सिंह भी उपस्थित थे.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित किया. उन्होंने पुरस्कार विजेताओं और डिग्री प्राप्त करने वालों छात्रों को बधाई दी. उन्होंने विद्यार्थियों से निवेदन किया कि देश भर में बढ़ते हुए वृद्ध आश्रम की संख्या उन्हें चिंतित करती है. इसलिए उन्हें अपने अभिभावकों का पूरा ध्यान रखना है. आप सभी विद्यार्थी सीखने से सेवा करने की ओर तत्पर होंगे. आपके कंधों पर बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की जिम्मेदारी है. अपनी जिम्मेदारियों का सफल निर्वहन करे. करुणा भाव और पेशेवर कौशल से रोगियों और अपने स्टाफ के साथ ही अच्छे व्यवहार से ही अस्पताल का परिवेश सुंदर बनता है. सुन्दर व्यवहार के उच्चतर स्तर को सदैव बनाए रखें.
राज्यपाल ने डॉ. टी एस अविनाशिलिंगम विश्वविद्यालय के शिक्षण और प्रशिक्षण प्रकिया की प्रशंसा की. उन्होंने बताया कि यहां देश के 14 राज्यों से महिलाएं अध्ययन के लिए आती हैं और 90% संकाय सदस्य भी महिलाएं ही हैं. यहां की 40% महिलाएं जो भी पढ़ने के लिए आती हैं, आदिवासी क्षेत्र की हैं. अविनाशिलिंगम विश्वविद्यालय में होने वाले शिक्षण प्रशिक्षण और शोध कार्यों की राज्यपाल ने प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में नवाचार शोध के क्षेत्र में मार्गदर्शन करने वाले लोग होने चाहिए तभी विश्वविद्यालय शिक्षण प्रशिक्षण के अपने सच्चे लक्ष्य को पूर्ण कर पाएंगे.