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लखनऊ में 250 चिकित्सक दे रहे 'हेलो डॉक्टर' पर परामर्श

राजधानी लखनऊ में कोविड प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने कोविड प्रबंधन, होम आइसोलेशन रोगियों की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए 'हेलो डॉक्टर' नाम की सेवा शुरू की थी. जो अब कारगर साबित हो रहा है. इस टीम में 250 से ज्यादा डॉक्टर जुड़े हैं, जो मरीजों को ऑनलाइन परामर्श देते हैं.

डॉक्टर दे रहे परामर्श.
डॉक्टर दे रहे परामर्श.

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Published : May 24, 2021, 9:24 AM IST

लखनऊ: राजधानी में 'हैलो डॉक्टर' सेवा कार्य कर रही है. इस सेवा में ढाई सौ डॉक्टर कोरोना से संबंधित परामर्श मरीजों को दे रहे हैं. इस योजना से अब तक 8,007 मरीज लाभान्वित हो चुके हैं. योजना से जुड़े डॉक्टर और मरीजों दोनों के अनुभव अच्छे रहें हैं.

160 शिक्षकों और 250 डॉक्टरों को योजना से जोड़ा गया
'हैलो डॉक्टर' सेवा की शुरुआत करने वाली लखनऊ की प्रभारी कोविड अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि कोविड प्रबंधन, होम आइसोलेशन रोगियों के बेहतर फॉलोअप, दवा वितरण, टेस्टिंग की समस्याओं का निस्तारण व पोस्ट कोविड लोगों की चिकित्सीय जिज्ञासाओं/समस्याओं का निस्तारण करने के लिए यह सेवा शुरू की गई थी. होम आइसोलेशन मरीजों को कॉलिंग के लिए कुल 160 शिक्षक और 250 चिकित्सकों के दो अलग-अलग विंग बनाए गए हैं.

परामर्श के लिए इस नंबर पर करें कॉल
डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि 'हैलो डॉक्टर' हेल्पलाइन नंबर (0522-3515700) पर काॅल कर कोई भी व्यक्ति अनुभवी चिकित्सकों से परामर्श ले सकता है. इस टीम में एलोपैथिक, होमियोपैथिक, यूनानी एवं आर्युवेदिक विधाओं के डाॅक्टर शामिल हैं.

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फीडबैक में मरीजों और चिकित्सकों ने साझा किए अनुभव
राजधानी के डालीगंज निवासी विजय कुमार (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह स्वयं कोविड पाॅजिटिव थे और होम आइसोलेशन में रह रहे थे. 'हैलो डॉक्टर' सेवा पर काॅल कर चिकित्सकीय परामर्श लिया था, अब वे ठीक हैं. आलमबाग निवासी सुनील पाल (काल्पनिक नाम) को स्वस्थ्य होने के बाद सांस लेने में परेशानी होने लगी, जिसके लिए उन्होंने 'हैलो डॉक्टर' सेवा पर कॉल किया. चिकित्सकों द्वारा बनाई गई दवाओं का सेवन कर वे ठीक हुए हैं.

चिकित्सकों को भी मिली संतुष्टि
राजकीय नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रो. डॉ. अमितेश कुमार सिंह कहते हैं कि इस दौरान लोगों से जुड़े रहने का अवसर प्राप्त हुआ. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की डॉ. रितिका चौधरी कहती हैं कि इस सेवा से जोड़कर सकारात्मक बदलाव महसूस किया. मरीजों की संतुष्टि से राहत महसूस हुई.

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