उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

लखनऊ: राजीव गर्ग बोले, पौधे रोपने की दर्ज होगी लाइव फीडिंग

By

Published : Jul 4, 2020, 4:02 PM IST

उत्तर प्रदेश में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए रविवार को 25 करोड़ पौधरोपण किया जाएगा. इस दौरान फलदार वृक्ष, छायादार वृक्ष और पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रजातियों का रोपण कराया जाएगा.

25 करोड़ पौधो का पौधरोपण
25 करोड़ पौधो का पौधरोपण

लखनऊ:उत्तर प्रदेश में पर्यावरण को हरा-भरा करने के उद्देश्य से रविवार को 25 करोड़ पौधरोपण करने का बड़ा लक्ष्य किया गया है. पौधरोपण की तैयारी और किस प्रकार से पौधरोपण की लाइव फीडिंग वन विभाग के मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम में दर्ज की जाएगी उसको लेकर ईटीवी भारत ने वन विभाग के विभागाध्यक्ष और प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजीव कुमार गर्ग से खास बातचीत की.

25 करोड़ पौधो का पौधरोपण
25 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे, 30 करोड़ तैयार है पौधे
5 जुलाई को यूपी में पौधरोपण कराने की बात कही गई है. बताया जा रहा है कि करीब 25 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे. इस एक्टिविटी को करने के लिए विभाग ने प्लानिंग साल भर पहले से कर ली थी. प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजीव कुमार गर्ग ने बताया कि पहले यह रिक्वायरमेंट सामने आई थी कि इतने पौधे कहां से आएंगे, जिसको ध्यान में रखते हुए 1760 पौधशालाओं में 44 करोड़ पौधे तैयार कराए गए. इसमें 30 करोड़ पौधे ऐसे हैं, जिन्हें इस साल वे रोपण के लिए इस्तेमाल करेंगे. इसके साथ ही इतनी बड़ी संख्या में यह पौधे लगाए जाएंगे. प्रदेश की जो ग्राम सभाएं हैं, लोकल बॉडीज हैं, उसमें लगभग 58 से 59 हजार माइक्रोप्लान तैयार किए गए हैं.

सरकारी विभाग और अन्य संस्थाओं को फ्री दिए गए हैं पौधे
प्रदेश सरकार ने इसके लिए बजट की व्यवस्था निर्धारित की है. सरकारी विभाग, अर्धसरकारी संस्थाएं, शिक्षण संस्थान को फ्री में पौधे उपलब्ध कराए गए हैं. इसके साथ ही गड्ढा खुदान और पौधे पहुंचाने का भी काम किया गया है. इस समय कोविड-19 की वजह से प्रवासी मजदूर आए हैं. इस पौधरोपण के कारण उनको भी रोजगार दिया जा सकेगा. इस बार पूरी तरह से गड्ढा खुदान का काम पूरा किया जा चुका है. वहीं फिगर देखें तो 24-25 करोड़ पौधों की उठान हो चुकी है और पूरी व्यवस्था सजग सुदृढ़ है.

सुबह छह बजे से शुरू होगा पौधरोपण
रविवार को सुबह 6 बजे से वृक्षारोपण कार्य शुरू हो जाएगा. इसके लिए सुबह 6 बजे से रोपण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वहीं शाम 6 बजे तक वृक्षारोपण का काम कराया जाएगा. अगर कहीं पर लक्ष्य की प्राप्ति में थोड़ी कमी रह जाएगी तो यह काम सूर्यास्त तक भी होता रहेगा. साथ ही हर एक जिले में कंट्रोल रूम के माध्यम से मुख्यालय तक पौधरोपण की विस्तृत जानकारी आएगी और यहां पर लाइव फीडिंग दर्ज की जाएगी.

'मेरा वृक्ष, मेरा भविष्य' का दिया गया है नारा
वन विभाग के मुख्यालय स्थित बनाए गए कंट्रोल कमांड सेंटर में सारी चीजें दर्शाई जाएंगी. इसको लेकर इस बार 'मेरा वृक्ष, मेरा भविष्य' का नारा भी दिया गया है. इसको लेकर वन विभाग की वेबसाइट में तमाम तरह की जानकारी दी गई हैं. इसमें उन जगहों की जहां-जहां भी पौधारोपण होते रहेंगे लाइव फोटोग्राफ भी लगातार आती रहेंगी. इससे पहले 5 जून से लेकर 4 जुलाई तक जो पौधरोपण हुए हैं, उसकी लाइव फोटोग्राफ अभी दिखाई दे रही है. इसी तरह इस वेबसाइट में 'हमारा वृक्ष हमारा भविष्य' से अन्य तरह के पर्यावरण से जुड़े संदेश भी दिखाई दे रहे हैं.


कोविड-19 की वजह से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नहीं दर्ज होगा इवेंट
25 करोड़ पौधारोपण के बड़े लक्ष्य को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किए जाने और इन पौधों का कैसे रख-रखाव किया जाएगा इस सवाल पर विभागाध्यक्ष राजीव कुमार गर्ग कहते हैं कि इस बार बहुत बड़ा लक्ष्य है. इसे वे लोग पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं. उनके पास सबसे बड़ा जो चैलेंज है वो कोविड-19 का है. सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करते हुए वे इस काम को करेंगे. वहीं उन्होंने बताया कि इस पौधारोपण का वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराना मुश्किल होगा, क्योंकि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने यह कह रखा है कि जो भी मास एक्टिविटी होगी या अन्य कंपटीशन को इस बार नहीं लिया जाएगा.

लखनऊ के कुकरैल में हरिशंकरी वाटिका में पौधे रोपित करेंगे सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ कारणों से मेरठ नहीं जाएंगे और वह राजधानी लखनऊ के कुकरैल जंगल में पौधरोपण करेंगे. मुख्यमंत्री से हरिशंकरी वाटिका जिसमें बरगद, पीपल और पाकड़ जोकि ब्रह्मा विष्णु महेश का स्वरूप माने जाते हैं, उनसे रोपित करवाएंगे. इसके साथ ही 251 पौधे एक ही स्थान पर कुकरैल जंगल में रोपित किए जाएंगे. साथ ही 250 अन्य गणमान्य व्यक्ति और सामान्य नागरिक वृक्षारोपण अभियान में हिस्सा लेंगे और पौधे रोपेंगे. इसमें फलदार वृक्ष, छायादार वृक्ष और पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रजातियों का रोपण कराया जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details