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लखनऊ: बांसुरी से सुननी है हारमोनियम की आवाज तो पधारिए युवा महोत्सव

यूपी की राजधानी लखनऊ में 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव की शुरुआत हो चुकी है. इसमें पूरे देश से भाग लेने के लिए लगभग सात हजार प्रतिभागी आए हुए हैं. जो अपनी कला, संस्कृति और अपने प्रोडक्ट को बढ़ावा देने के लिए 5 दिनों तक लखनऊ में रहेंगे.

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वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट को मिल रही नई पहचान

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Published : Jan 14, 2020, 1:47 AM IST

Updated : Jan 14, 2020, 3:17 AM IST

लखनऊ: प्रदेश में 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव की रंगारंग शुरुआत सीएम योगी आदित्यनाथ ने 12 जनवरी को की थी. इस उत्सव में पूरे देश के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत प्रदेश के पीलीभीत जिले के एक कारीगर ने इस युवा उत्सव में हिस्सा लिया है. कारीगर शमशाद अपनी बनाई हुई बांसुरी से हारमोनियम की आवाज भी निकाल देते हैं, जिसको लेकर ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.

पुश्तैनी काम को दे रहे बढ़ावा.

वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट को मिल रही नई पहचान

  • 23वें युवा उत्सव का आगाज प्रदेश की राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हो चुका है.
  • इस राष्ट्रीय युवा उत्सव के मौके पर पूरे देश से करीब 7000 प्रतिभागियों ने इसमें प्रतिभाग किया है.
  • वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट स्कीम के तहत शामिल उत्पादों की प्रदर्शनी भी इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में लगाई गई है.
  • सभी लोग अपनी कला, संस्कृति और अपने प्रोडक्ट को बढ़ावा देने के लिए 5 दिनों तक लखनऊ में रहेंगे.
  • इस प्रदर्शनी में शामिल पीलीभीत के शमशाद बांसुरी से लोगों का मन मोह रहे हैं.

पुश्तैनी काम को दे रहे बढ़ावा
ईटीवी भारत से बातचीत में शमशाद ने बताया कि वह अपने पुश्तैनी काम को बढ़ावा दे रहे हैं. उनके पास 20 रुपये से लेकर 7000 रुपये तक की बांसुरी है. वह अपनी बांसुरी से हारमोनियम की आवाज भी निकाल लेते हैं. बांसुरी बनाने के साथ ही वह इसे बजाने सिखाने का काम भी करते हैं.

आसाम से आती है विशेष प्रकार की लकड़ियां
शमशाद ने बताया कि इन बांसुरियों को बनाने के लिए आसाम से लकड़ियां आती है. जो एक विशेष प्रकार की होती है. इन बांसुरियों को बनाने में 4 से 5 दिन का समय लगता है.

हरिप्रसाद चौरसिया ने भी इनकी बांसुरी का किया प्रयोग
पीलीभीत निवासी कारीगर शमशाद ने बताया कि देश के महान बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया, मजूमदार और रंगनाथ सेठ भी उनके हाथों की बनाई बांसुरी को बजाते हैं. यह सभी लोग इनकी पहचान को बढ़ावा दे रहे हैं. वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट के तहत शमशाद की बांसुरी को एक नया मुकाम मिल रहा है.

Last Updated : Jan 14, 2020, 3:17 AM IST

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