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यूपी में कोरोना ने तोड़ा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 2308 नए मरीज

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है. बीते 24 घंटे की बात करें तो राज्य में 2308 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं.

avnish kumar awasthi
अवनीश अवस्थी ने कोरोना संक्रमण के हालात के बारे में जानकरी दी

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Published : Jul 22, 2020, 5:57 PM IST

Updated : Jul 22, 2020, 6:15 PM IST

लखनऊ: यूपी में अब तक 55 हजार 588 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 2308 मामलों की पुष्टि हुई है. हालांकि सीएम योगी ने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया है कि इलाज में किसी भी प्रकार की कोई रुकावट नहीं आएगी. अगर कोई दवा मरीजों के लिए आवश्यक है तो वह उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही सीएम ने कहा कि इसके लिए पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी.

अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए एक पोस्टर डिजाइन किया जा रहा है. इसमें पहला बिंदु यह कि मास्क लगाना जरूरी है तो वहीं दूसरा दो गज की दूरी बनाना जरूरी है. हाथ बार-बार साबुन से धोएं. चौथे बिंदु में इम्यूनिटी बढ़ाने का संदेश दिया गया.

प्रदेश में अब तक 16 लाख से अधिक सैंपल की हुई जांच
यूपी में इस वक्त 20 हजार 825 एक्टिव कोरोना के केस हैं. वहीं अब तक हुए कुल संक्रमित मरीजों में से 33 हजार 500 लोग ठीक हुए हैं. कोरोना से उत्तर प्रदेश में अब तक 1263 लोगों की मौत हुई है. इस समय आइसोलेशन वार्ड में 20 हजार 829 लोगों को रखा गया है. फैसिलिटी क्वारंटाइन में 4264 लोगों को रखा गया है, जिनका सैंपल लिया जा रहा है. मंगलवार को प्रदेश में 45650 से अधिक सैंपल्स की जांच हुई है. प्रदेश में अब जांच की संख्या लगभग 16 लाख हो गयी है. आरोग्य सेतु ऐप के जरिए अब तक तीन लाख 50 हजार 437 लोगों को फोन कर सचेत किया गया है, जिन्हें एलर्ट जनरेट हुए हैं.

होम आइसोलेशन के लिए ये शर्ते होंगी जरूरी
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कई प्रकार से चिकित्सा व्यवस्था शुरू की गई है. अब बिना लक्षण वाले कोरोना के मरीज अपने घर पर ही खुद को आइसोलेट कर सकते हैं. इसके लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं. घर में दो शौचालय होने अनिवार्य हैं. देखरेख करने के लिए आपके पास एक व्यक्ति होना चाहिए. इन सबके साथ चिकित्सक सारी व्यवस्थाओं का अवलोकन कर होम आइसोलेशन की अनुमति देगा.

होम आइसोलेशन के दौरान यदि आप में कोई लक्षण दिखाई देता है तो मरीज को जिला कंट्रोल रूम को फोन करना होगा. इसके बाद मरीज को कोविड अस्पताल में भेज दिया जाएगा. वहीं अगर कोई कोरोना का कोई लक्षण नहीं है तो 10वें दिन उन्हें डिस्चार्ज मान लिया जाएगा. बावजूद इसके मरीज को सात और दिनों तक होम क्वारंटाइन रहना पड़ेगा, जिसके बाद ही वे बाहर निकल सकेंगे.

सरकार ने डिस्चार्ज पॉलिसी में किया बदलाव

अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इसी प्रकार लक्षण विहीन अस्पताल में भर्ती मरीज के डिस्चार्ज पॉलिसी में परिवर्तन किया गया है. ऐसे मरीजों का पहले सैंपल वाले दिन के 10वें दिन पर या जिस दिन अस्पताल में भर्ती किए गए उसके सातवें दिन. इन दोनों तिथियों में जो बाद में आती हो, उस दिन डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य के मुताबिक सरकार एक और व्यवस्था करने जा रही है. कंट्रोल रूम के 18001805146 नंबर पर फोन करके होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग चिकित्सक की सलाह ले सकते हैं. इसके साथ ही होम आइसोलेशन वाले मरीज के परिजनों को कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करना होगा.

Last Updated : Jul 22, 2020, 6:15 PM IST

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