लखनऊ: कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए बनाए गए 1600 माइक्रो कंटेनमेंट जोन
यूपी की राजधानी लखनऊ के अलीगंज, इंदिरा नगर जैसे क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं. जहां पर सर्विलांस टीम की मदद से कोविड-19 संक्रमण को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं.
लखनऊ: राजधानी में औसतन प्रतिदिन 200 कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं. राजधानी लखनऊ के कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर लगातार कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी लखनऊ में 1,600 माइक्रो कंटेनमेंट जोन स्थापित किए हैं, जहां पर सर्विलांस टीम की मदद से लगातार निगरानी रखी जा रही है.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एमके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी लखनऊ में कोविड-19 संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. जिसके लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन की स्थापना की गई है. जहां पर सर्विलांस टीम की मदद से कोविड-19 संक्रमण को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं. माइक्रो कंटेनमेंट जोन स्थापित करने का उद्देश्य है कि हम यहां पर नियमित तौर से जांच कराएं जिससे कि समय रहते मरीज को ट्रेस किया जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. माइक्रो कंटेनमेंट जोन में लगातार कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है, जिससे कि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. राजधानी लखनऊ के अलीगंज, इंदिरा नगर जैसे क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.
बाजार और मॉल्स को दिए गए निर्देश
राजधानी लखनऊ के बाजार और मॉल में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग करने के लिए निर्देश जारी किए गए. बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के सहयोग से व्यापार यूनियन और मॉल के मालिकों के साथ बैठक कर निर्देश दिए थे कि मॉल और बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर और मास्क का प्रयोग सुनिश्चित किया जाए.
मास्क के बिना ग्राहकों को दुकानों में न दें एंट्री
एमके सिंह ने ईटीवी भारत से बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनिटाइजर का प्रयोग किया जाए. बाजारों में इसका प्रयोग अति आवश्यक है इसके लिए दुकानदारों को निर्देशित किया गया है कि उन ग्राहकों को एंट्री न दी जाए जो बिना मास्क के सामान खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं.
लखनऊ में पर्याप्त इलाज की व्यवस्था
ईटीवी भारत के सवाल का जवाब देते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एमके सिंह ने बताया कि राजधानी लखनऊ में गंभीर रोगियों के संक्रमित होने पर इलाज की बेहतर व्यवस्था है. लखनऊ में लेवल वन, लेवल 2 व लेवल 3 के अस्पताल मौजूद हैं जहां पर मरीजों की स्थिति को देखकर एडमिशन दिलाया जाता है और उन्हें बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है.