लखनऊ: यूपी कोऑपरेटिव बैंक के खाते से 146 करोड़ रुपये ट्रांसफर का (Fraud worth crores in cooperative bank in Lucknow) मामला सामने आया है. यूपी साइबर टीम ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार है. यूपी कोऑपरेटिव बैंक के रिटायर्ड अफसर आरएस दुबे के साथ भूमि सागर कंस्ट्रक्शन के मालिक को गिरफ्तार किया गया है.
74 करोड़ रुपये की रकम भूमि सागर कंस्ट्रक्शन के खातों में ही भेजी गई थी. यूपी साइबर टीम ने (Two arrested in cooperative bank fraud in Lucknow) यूपी कोऑपरेटिव बैंक से फंड ट्रांसफर केस का खुलासा किया है. यूपी कोऑपरेटिव बैंक के लखनऊ स्थित मुख्यालय से कर्मचारियों की मिलीभगत से जालसाजों ने 146 करोड़ रुपये उड़ा दिए. यह रकम पूर्व बैंक प्रबंधक आरएस दुबे ने अपने एक साथी की मदद से प्रबंधक और कैशियर की यूजर आईडी, पासवर्ड हासिल कर ट्रांसफर की थी. इस मामले में 18 अक्टूबर को महाप्रबंधक समेत 10 अफसरों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था. मुख्य आरोपी आरएस दुबे, सुरक्षा गार्ड शैलेंद्र कुमार को हिरासत में लिया गया है. वहीं, आरोपियों के कब्जे से बरामद पूरी रकम को फ्रीज कर दिया गया है.
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महाप्रबंधक वीएन मिश्रा के अनुसार यह रकम 15 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे जिला सहकारी बैंकों (Fraud worth crores in Lucknow) के सात खातों से आठ बार में ट्रांसफर की गई. इसमें से 72 करोड़ रुपये आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक लखनऊ के खातों में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए गए थे. 16 अक्टूबर को साइबर क्राइम थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. साइबर थाने और साइबर मुख्यालय की टीम की पड़ताल में मामले का खुलासा किया गया.
डीआईजी साइबर क्राइम मुख्यालय एन कोलांची ने बैंक का निरीक्षण कर अफसरों और कर्मचारियों से पूछताछ की. दोपहर बाद कई संदिग्धों और कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. महाप्रबंधक ने बताया कि मामले की विभागीय जांच शुरू हो गई है. सुरक्षा एजेंसी मेसर्स स्टैंडर्ड-वे इंटेलीजेंस सिक्योरिटी सर्विसेज प्रा. लि. को काली सूची में डालने की कार्रवाई की जा रही है. बैंक की आईटी सेल के प्रभारी अतुल कुमार को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था.
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