लखनऊः राजधानी में कोरोना वायरस का संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है. अस्पतालों में मरीजों को बेड भी नहीं मिल पा रहा है. बेड मिल भी गया तो ऑक्सीजन, वेंटीलेटर और एंबुलेंस का अभाव है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में मरीज रोज दम तोड़ रहे हैं. भारी संख्या में हो रही मौत से श्मशान घाटों पर लाशों का अंबार लगा हुआ है. अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लंबी-लंबी लाइन लगानी पड़ रही है.
सरकारी आंकड़ों में 21 की मौत
बुधवार को देर रात तक राजधानी के भैसा कुंड और गुलाला श्मशान घाट पर कुल मिलाकर 143 डेड बॉडी आई. भैसा कुंड पर 98 डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया, वहीं गुलाला घाट पर 45 डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया. सरकारी आंकड़ों की बात करें तो बुधवार को 5902 मरीज संक्रमित पाए गए, जबकि 21 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई. वहीं घाटों पर 143 डेड बॉडी पहुंची.
श्मशान घाट और कब्रिस्तान पर चलेगा सफाई अभियान
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि राजधानी लखनऊ के श्मशान घाट और कब्रिस्तान पर गुरुवार से नगर निगम विशेष सफाई अभियान चलाएगा. इस अभियान के अंतर्गत सफाई के साथ ही डेड बॉडी के साथ आने वाले परिजनों और नागरिकों को संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा. घाटों पर लगे कर्मचारियों को भी बचाव के टिप्स दिए जाएंगे.
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नगर निगम की सीमा में हैं 21 श्मशान घाट
राजधानी लखनऊ में लगातार शमशान घाट और कब्रिस्तान पर अंतिम संस्कार कराने वाले लोगों की भीड़ उमड़ रही है. नगर निगम सीमा के अंतर्गत कुल मिलाकर 21 श्मशान घाट हैं, जबकि 42 मुस्लिम कब्रिस्तान हैं और 3 ईसाई कब्रिस्तान हैं. यहां पर नगर निगम विशेष सफाई अभियान चलाएगा और लोगों को जागरूक भी करेगा, जिससे संक्रमण से बचा जा सके.