लखनऊ :यूपी में कोविड वैक्सीनेशन का काम लगातार जारी है. गुरुवार को प्रदेश भर में वैक्सीन की कुल डोज 14.5 करोड़ से अधिक डोज लगाई गई. अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक, अधिक वैक्सीनेशन करने वाला यूपी पहला राज्य बन गया.
कोरोना संक्रमण पर पूर्णतया नियंत्रण पाने के लिए यूपी में वैक्सीनेशन जारी है. प्रदेश में अब तक 18 वर्ष से ऊपर की 80 फीसद आबादी का टीकाकरण हो गया है. वहीं यूपी में वैक्सीन से वंचित रहे लोगों की घर-घर खोज की जाएगी. जो लोग टीकाकरण से छूट गए हैं, उन्हें चिन्हिंत करके टीकाकरण किया जाएगा.
इसी क्रम में दिव्यांग और निराश्रित लोगों को भी वैक्सीन की डोज देने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं. यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया है. टीकाकरण के इस चरण में दूसरी डोज लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. अभियान के तहत फिक्स बूथ के अलावा कैम्प व घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाकों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज लगाई गई है, उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज भी लगाई जा रही हैं.
टीकाकरण के लिए बनाए गए 16 हजार 256 बूथ
गुरुवार को 16, 256 केंद्रों पर कोविड-19 का टीकाकरण शुरू किया गया है. इसमें 16,189 सरकारी व 67 निजी केंद्र बनाए गए हैं. इन केन्द्रों पर अब तक 13 लाख के अधिक डोज लगाई गई. प्रदेश में अब तक 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में 70 फीसद के अधिक आबादी में टीकाकरण की पहली डोज लगाई जा चुकी है.
दूसरी डोज 26 फीसद से ज्यादा आबादी को लग चुकी है. यह कोरोना संक्रमण को कम करने में मददगार होगी. यूपी में अब तक कुल डोज 14 करोड़ 50 लाख से अधिक लगाई जा चुकी है. वहीं दूसरी डोज लेने वालों की तादाद 4 करोड़ 11 लाख के पार हो गई है. जबकि पहली डोज 10 करोड़ 39 लाख लोगों को लगाई गई.
नवंबर माह में कोरोना वैक्सीनेशन पर रहेगा जोर
प्रदेश में पहले 4 से 5 लाख लोगों को प्रतिदिन वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं 21 जून से हेल्थ टीम ने 8 लाख तक डोज प्रतिदिन लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया. इसी क्रम में जुलाई में हर रोज 10 लाख डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया. लेकिन केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में डोज नहीं मिली. ऐसे में हर रोज 10 लाख वैक्सीन नहीं लग पाईं.
वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए प्रदेश में 3 अगस्त को मेगा कैम्प लगाए गए. शहर से लेकर गांव तक ऑन द स्पॉट पंजीकरण करके टीकाकरण किया गया. इस दौरान 29 लाख 50 हजार से अधिक टीका लगाया गया. वहीं 16 अगस्त को 23 लाख 67 हजार से अधिक को टीका लगाया गया.
इसी क्रम में 27 अगस्त को 'बिग वैक्सीनेशन डे' मनाया गया. इसमें 11 हजार से ज्यादा केंद्र बनाए गए. इनमें 30 लाख 686 डोज लगाने के रिकॉर्ड बना. अगस्त में 2 करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा किया गया. इसके बाद 6 सितम्बर को 33 लाख 42 हजार 360 को डोज लगी. सितम्बर में 3 करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था, लेकिन इस दौरान एक करोड़ 55 लाख ही डोज लग सकीं. वहीं अब नवंबर माह में टीकाकरण पर जोर देने का दावा किया जा रहा है.