लखनऊ:कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बाबजूद इस सत्र (2021-22) में पिछले सत्र (2020-21) की अपेक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में प्रवेश पाने वाले छात्र-छात्राओं ने रिकॉर्ड तोड़ आवेदन किए. आवेदन की अगर बात की जाए, तो इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में 14.3% की वृद्धि देखने को मिली है.
सत्र 2020-21 के अकादमिक सत्र में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से ग्रस्त होने के बावजूद देश और प्रदेश भर के छात्र-छात्राओं ने लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में प्रवेश प्राप्त करने के लिए रिकॉर्ड आवेदन पत्र भरे थे. सत्र 2020-21 के 63944 के मुकाबले सत्र 2021-22 में 70384 अर्थात 14.3 फीसदी की वृद्धि हुई है. 2020 -21 के सत्र में स्नातक स्तर पर 44252 आवेदन पत्र भरे गए थे और स्नातकोत्तर स्तर पर 19367 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे.
लखनऊ विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 में प्रवेश को लेकर 14.3% की हुई वृद्धि
यूपी की राजधानी लखनऊ में स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में सत्र 2021-22 में प्रवेश को लेकर 14.3% की वृद्धि हुई.
वहीं अगर 2021-22 की बात की जाए, तो इस अकादमिक सत्र में भी लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में रिकॉर्ड तोड़ आवेदन प्राप्त किए गए हैं. पिछले सत्र के मुकाबले स्नातक स्तर पर 8.5 फीसदी की वृद्धि दर के साथ 40822 आवेदन पत्र स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए प्राप्त हुए और 26 फीसदी की वृद्धि दर के साथ स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में 24397 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं. वहीं डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में भी 104 % से अधिक की वृद्धि दर दर्ज हुई है और एकेडमिक सत्र 2020-21 के 325 फार्म के मुकाबले 665 फार्म प्राप्त हुए हैं. हालांकि अभी भी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में आवेदन चल रहा है.
इस विषय पर बातचीत के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय की लोकप्रियता एवं के विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ने के लिए इच्छुक छात्रों की संख्या की बढ़ती संख्या का श्रेय लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय के नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नवीनीकृत पाठ्यक्रमों को दिया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने NEP 2020 की घोषणा के तुरंत बाद अपने पाठ्यक्रमों को नई शिक्षा नीति के हिसाब से नवीनीकृत किया एवं NEP 2020 के सभी आयामों का ध्यान रखते हुए मल्टीपल एंट्री एग्जिट प्वाइंट, एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट और इंटर डिसीप्लिनरी एजुकेशन को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया था, जिसके फलस्वरूप प्रदेश भर से छात्र लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में पढ़ने आना चाहते हैं.
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय पिछले डेढ़ वर्ष में शिक्षा व शोध के साथ-साथ छात्र कल्याण, महिला छात्र सुरक्षा एवं समाज के प्रति विश्वविद्यालय के दायित्व के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है, जिसकी वजह से संस्थान पर छात्रों व उनके अभिभावकों का भी विश्वास बढ़ा रहा है.
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