लखनऊ: प्रदेश में रविवार को कोरोना के ग्राफ में गिरावट हुई है. अभी तक प्रदेश में लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही थी. रविवार को 24 घंटे में 13,830 नए कोरोना मरीज मिले. इस दौरान 16,525 मरीज रिकवर होकर घर वापस लौटे. बीते शनिवार प्रदेश में 17,740 संक्रमित मरीज मिले थे और 15,757 मरीज ठीक हुए थे. वहीं 16 मरीजों की मौत हुई थी.
प्रदेश में अब तक कुल 99,89,8103 सैम्पल की जांच की गयी है. साथ ही अब तक 18,30,006 लोग कोविड से ठीक हो चुके हैं. वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के कुल एक्टिव मामले 93,757 हैं. बीते शुक्रवार को प्रदेश में 2 लाख 41 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए थे. इसमें 16,142 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई थी. इतने केस एक दिन में बीते साल के मई महीने में मिले थे. इसमें से 84 केस ओमीक्रोन के रहे. ओमीक्रोन के सर्वाधिक केस वाराणसी और लखनऊ के हैं.
यूपी में अब तक देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 74 लाख से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए हैं. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. जबकि तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमीक्रोन वैरिएंट मिल रहा है.
17 दिसंबर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह महाराष्ट्र से आये थे. 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. इसके बाद चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैंपल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है.सरकार की तरफ से तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. इसके अलावा 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैंपल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. लेकिन अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखेंगी. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है. सात साल पहले मर चुकी महिला को टीका लगाने वाले कर्मचारी के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है. इस कर्मचारी को रविवार को हटा दिया गया. इसके साथ ही बीकेटी की महिला को बिना वैक्सीन लगवाए वैक्सिनेटेड घोषित करने वाले कर्मी को भी हटा दिया गया है. शनिवार को यह मामला सामने आया था जिसके बाद कार्यवाहक सीएमओ राजेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी, जिसने जांच के बाद यह कार्रवाई की है.