लखनऊ : प्रदेश में जीका वायरस के बढ़ते हुए केसों (Zika Virus outbreak)पर अब नियंत्रण दिख रहा है. नए मरीजों में वायरस के प्रसार पर जहां स्वास्थ्य विभाग ने काबू पाया है वहीं पुराने मरीज भी ठीक हो रहे हैं. संचारी रोग निदेशक डॉ. जीएस बाजपेयी के मुताबिक यूपी में अब तक कुल 145 मरीज जीका वायरस की चपेट में आए थे. इसमें लखनऊ के छह मरीज और कन्नौज के दो मरीज वायरस की गिरफ्त में आए हैं. शेष मरीज कानपुर के हैं. इनमें से अब तक 114 लोग संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त हो चुके हैं.
यूपी में कोरोना के बाद डेंगू, मलेरिया और स्क्रबटाइफस ने कहर मचाया है. डेंगू का हमला अभी थमा नहीं है. वहीं, जीका वायरस ने नई मुसीबत बढ़ा दी है. कानपुर में लगातार जीका वायरस के मरीज पाए जा रहे हैं. लखनऊ में भी मरीजों के बढ़ने का सिलसिला जारी है. तीनों जिलों में 6 हजार 700 से अधिक लोगों के सैम्पल लेकर टेस्ट कराया गया गया है. वहीं, लखनऊ में 118 के करीब बेड मरीजों के लिए रिजर्व किए गए हैं. जीका मरीज़ों की मॉनिटरिंग कोविड की तर्ज पर की जा रही है. इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है.
Zika Virus Outbreak: यूपी में 145 में 114 मरीज हुए ठीक
यूपी में जीका वायरस के 145 संक्रमितों में अब तक 114 संक्रमित पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं.
डीजी हेल्थ डॉ वेद व्रत सिंह ने सभी जिलों को निर्देश भी भेजे गए हैं. डेंगू-मलेरिया और जीका वायरस के मरीजों में अंतर बताते हुए (Zika virus and dengue virus difference explained)उन्होंने कहा कि बुखार के जिन मरीजों में डेंगू- मलेरिया या कोरोना की जांच में पुष्टि न हो और समस्या लगातार बनी हुई है, ऐसे में उस मरीज का जीका वायरस का टेस्ट अवश्य कराएं.
संचारी रोग निदेशक डॉक्टर जीएस बाजपेई के मुताबिक डेंगू मच्छर से ही जीका वायरस का संक्रमण फैल रहा है. डेंगू के लिए दोषी एडीज मच्छर ही जीका वायरस का वाहक है. ऐसे में नगर मलेरिया टीम व जिला मलेरिया विभाग की टीम को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. वह मरीज के घर के अंदर इंडोर स्प्रे कर रहे हैं. साथ ही बाहर भी एंटी लार्वा का छिड़काव कर रहे हैं. इसके अलावा घरों में मच्छरों के जो सोर्स हैं, उसे नष्ट किया जा रहा है. साथ ही टीम लार्वा का सैंपल संग्रह कर लैब भेज रही है. इसके अलावा नगर निगम की टीम फॉगिंग कर रही है.
यह है प्रमुख लक्षण
- हल्का बुखार
- शरीर में दाने
- लाल चकत्ते
- सिर दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- जोड़ों में दर्द
- आंख में लाली
- थकावट- घबराहट
बचाव
- खुद को मच्छरों के काटने से बचाएं
- शरीर को फुल आस्तीन कपड़ों से ढक के रखें
- मच्छरों को घर के आसपास पनपने न दें
- गर्भवती महिलाओं को खास तौर पर मच्छरों से बचाएं
- घर में टूटे बर्तन, टायर, कूलर में पानी भरा न रहने दें
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