लखनऊ:लोहिया संस्थान में लोहिया अस्पताल के विलय के बाद भी यहां एक रुपये के पर्चे पर मरीजों का इलाज हो रहा था. लेकिन अब अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मरीजों को एक रुपये की जगह 100 रुपये का भुगतान करना होगा, तभी ओपीडी में चिकित्सक मरीजों को देखेंगे. दरअसल, लोहिया संस्थान को MBBS की मान्यता देने को पास में संचालित लोहिया अस्पताल को संयुक्त रूप से जोड़कर इन दोनों का विलय कर दिया गया था. वहीं, 467 बेडों वाले लोहिया अस्पताल में विलय के बाद भी महज एक रुपये के पर्चे पर मरीजों को मुफ्त इलाज मिल रहा था. हालांकि, जब मरीज संस्थान में शिफ्ट होता था तो उस पर सुपर स्पेशियलिटी का तय शुल्क लिया जाता था. लेकिन अब इन दोनों जगहों पर इलाज के लिए मरीजों को 100 रुपये के पर्चा कटाने होंगे. साथ ही जांच व दवाओं के लिए भी अलग से पैसे देंगे होंगे. खैर, विलय से पहले अस्पताल में मुफ्त सेवा देने का वादा किया गया था.
अस्पताल की ओपीडी में हर रोज करीब 5000 मरीज इलाज के लिए आते हैं. यहां के मेडिसिन जनरल सर्जरी ऑर्थोपेडिक एंटी नेत्र के बाद त्वचा रोग विभाग, आप सेंड गायनी रेडियोलॉजी टीवी एंड चेस्ट व पैथोलॉजी की सेवाएं मिल रही थी. वहीं, इन सेवाओं के लिए मरीजों को केवल एक रुपये का पर्चा बनवाना पड़ता था. साथ ही दवाएं मुफ्त में मिलती थी. लेकिन अब यहां मरीजों को चिकित्सकीय सेवाओं के लिए एक की बजाय 100 रुपये के पर्चे बनवाने होंगे. इसके अलावा कोई भी सुविधा निशुल्क नहीं होगी.
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