लखनऊ: ठंड बढ़ते ही यूपी में बीमारियों का ग्राफ बदल गया है. नवम्बर तक राज्य में डेंगू भयावह था. औसतन एक दिन में 300 से 400 केस रिपोर्ट किए गए. वहीं कोरोना के केस 10 से कम होते थे. वहीं अब कोरोना के केस रोज 50 से 80 पहुंच गए. वहीं डेंगू 8 से 10 मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं. लिहाजा, कोविड को लेकर अब सजग रहना होगा. बुधवार सुबह 10 नए मरीज पाए गए. फाइनल रिपोर्ट शाम को आएगी.
यूपी में मंगलवार को 1 लाख 71 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 80 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में जुलाई में मिले थे. वहीं 11 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 23 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. वहीं लखनऊ में 55 लोगों की जांच की जा रही है.
यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया.
दो जिलों में ओमीक्रोन, 80 हजार निगरानी समिति अलर्ट
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आए थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं.
इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.