लखनऊ:संतान सुख और सुहाग की कामना के महापर्व छठ की तैयारियां जनपद में शुरू हो गयी हैं. दीपावली के 6 दिन बाद यह पर्व मनाया जाता है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस पर्व को लेकर काफी उत्साह रहता है. इस पर्व की शुरुआत कल 31 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ होगी, इस पर्व की तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय से खास बातचीत की.
36 घंटे का रखा जाता है छठ का निर्जला व्रत
ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रभुनाथ राय ने कहा कि इस पर्व की शुरुआत 31अक्टूबर से होगी. सूर्य देव के पूजन के इस पर्व पर व्रती लोग निर्जला व्रत रखती हैं. 2 नवंबर की शाम और 3 नवंबर की सुबह सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि गोमती नदी के दोनों तटों पर साफ -सफाई का काम जोरों से चल रहा है. यहां घाटों पर वेदियां बनाई जा रही हैं, जो वेदी पहले से बनी हैं उनकी साफ-सफाई का दौर शुरू हो गया है.
लखनऊ में लगभग 10 लाख लोग शुरू करेंगे नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व - लखनऊ समाचार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में छठ पर्व की तैयारियां जोरो पर हैं. गोमती नदी के घाटों पर तैयारियां की जा रही है. छठ पर्व की तैयारियां करवाते भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ईटीवी ने इसको लेकर खास बातचीत की.
छठ पर्व की तैयारियों की जानकारी देते प्रभुनाथ राय.
प्रभुनाथ राय ने बताया कि मुख्यतः यह त्योहार पूर्वांचल का है, लेकिन अब पूरे प्रदेश में इस पर्व की धूम रहती है. उन्होंने बताया कि इस बार छठ पर्व पर काफी मंत्रियों के आने की संभावना है, 2 तारीख से पहले सारा काम पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बार छठ पर्व पर ड्रेस कोड लागू किया जाएगा. यह पर्व सूर्य से संबंधित है इसलिए नारंगी रंग का कुर्ता और पीले रंग की धोती ड्रेस कोड के रूप में शामिल की गयी है.
10 लाख से ज्यादा लोग देंगे अर्घ्य
प्रभुनाथ राय ने बताया कि पूरे लखनऊ में करीब 10 लाख लोग सूर्य को अर्घ्य देंगे. उन्होंने बताया कि भगवान सूर्य को अर्घ देना लाभदायक होता है. ऐसा करने वाला आदमी उर्जावान होता है. इसके साथ ही दीर्घायु होता है, इसलिए इस पूजा का विशेष महत्व है.
Last Updated : Oct 30, 2019, 8:38 PM IST