UP Vaccination Update: जुलाई में 1 करोड़ 71 लाख लोगों को लगाई गई वैक्सीन, छात्रों के लिए चलाया जाएगा अभियान
जुलाई में एक करोड़ 71 लाख 41 हजार 972 को वैक्सीन लगाई गई है. वैक्सीनेशन का यह आंकड़ा एक माह में सर्वाधिक रहा.सितम्बर से क्लासेस शुरू होनी हैं. ऐसे में कॉलेजों में कैम्प लगाकर 18 वर्ष से अधिक के छात्रों को वैक्सीनेट किया जाएगा. इसके लिए विशेष अभियान शुरू होगा.
लखनऊ: यूपी में जुलाई में सबसे अधिक वैक्सीन लगाई गई है. उत्तर प्रदेश हेल्थ टीम ने 31 दिनों में एक करोड़ 71 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई है. वैक्सीन लगाने का यह आंकड़ा जून माह से अधिक रहा. सरकार भी वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना चाहती है. इसी क्रम में सरकार की तरफ से क्लासेस शुरू होने से पहले कॉलेजों में कैम्प लगाकर 18 वर्ष से अधिक उम्र के छात्रों को वैक्सीनेट करने का निर्देश दिया गया है.
देश में अब तक 47 करोड़ 20 लाख 72 हजार 550 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसमें 36 करोड़, 81 लाख,65 हजार 775 लोगों को पहली डोज़ लगी है, वहीं 10 करोड़ 39 लाख 06 हजार 775 लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज़ लगाई गई हैं. इसमें यूपी में सर्वाधिक 4 करोड़ 87 लाख 22 हजार 522 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है. इसमें 4 करोड़ 8 लाख 70 हजार 450 को पहली और 78 लाख 53 हजार 073 लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज़ लगाई गई है. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, सोमवार को प्रदेश के 3,349 केंद्रों पर वैक्सीन लगाई गई. इन केंद्रो पर तीन लाख से अधिक लोगों को डोज लगाई गई. नवनीत सहगल ने बताया, जून में जहां एक करोड़ 19 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी, वहीं जुलाई में एक करोड़ 71 लाख 41 हजार 972 को वैक्सीन लगाई गई है. वैक्सीनेशन का यह आंकड़ा एक माह में सर्वाधिक रहा.सितम्बर से क्लासेस शुरू होनी हैं. ऐसे में कॉलेजों में कैम्प लगाकर 18 वर्ष से अधिक के छात्रों को वैक्सीनेट किया जाएगा. इसके लिए विशेष अभियान शुरू होगा.
- यूपी में एक जुलाई से टीकाकरण का महाअभियान शुरू होना था. इसके लिए 10 हजार केंद्र तय किए गए थे. साथ ही क्लस्टर मॉडल में ऑन स्पॉट टीकाकरण की रणनीति बनाई गई. ऐसे में हर रोज दस लाख डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया. सरकार ने तीन माह तक हर माह तीन-तीन करोड़ टीका लगाने का दावा भी किया. मगर, वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति नहीं हो सकी. सोमवार को भी सेंटरों पर पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिल सकी.
- यूपी में शुरुआत में कोविन पोर्टल बेपटरी रहा. ऐसे में सेंटरों पर ऑफ लाइन ब्यौरा दर्ज कर लाभार्थियों को टीका लगा दिया गया. उन्हें पहली डोज का वैक्सीनेशन कार्ड भी दे दिया गया. मगर, पोर्टल पर रिकॉर्ड अपडेट नहीं किया गया. ऐसे में अब 84 दिन बाद दूसरी डोज लेने वाले तमाम लोगों को पहली डोज का ही मैसेज आ रहा है. सेंकेंड डोज का प्रमाणपत्र डाउनलोड नहीं हो पा रहा है. इसके कारण कई लोगों की विदेश यात्रा पर ब्रेक लग गयी. हजारों लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं.
- शुरुआत में पहले सप्ताह भर की स्लॉट बुकिंग होती थी. स्लॉट बुकिंग टाइम अब दो दिन रह गया है. ऐसे में 18 वर्ष से अधिक लोगों को जहां टीकाकरण के लिए जूझना पड़ रहा है. वहीं 45 पार के लोगों का ऑन स्पॉट पंजीकरण सभी सेंटरों पर न होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.