ललितपुर: बुंदेलखंड के ललितपुर जिले के ग्राम बरखेड़ा में एक गरीब परिवार में जन्मे सोहन सिंह का नाम आज से पहले आपने कभी सुना भी नहीं होगा. लेकिन सोहन सिंह योग गुरु के रूप में चीन में अपना नाम बना चुके हैं. बुंदेलखंड की माटी का लाल चीन के 9 अलग-अलग शहरों में सोहन योगा सेंटर चला रहा हैं. कई सालों बाद अपने घर ललितपुर लौटे सोहन ने ETV भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि उनका भारत में भी 30 योगा सेंटर खोलने का प्लान है, जिसकी बात भारत सरकार से चल रही है.
मेहनत और जज्बे से हासिल किया मुकाम
किसी ने सच कहा है कि 'जहां चाह वहां राह' इसका अर्थ है कि अगर मन में कुछ करने की चाहत और जज्बा हो,तो राह अपने आप खुल जाती है. बता दे कि सोहन सिंह यादव मूलरूप से बुंदेलखंड के ललितपुर जिले के एक छोटे से ग्राम बरखेड़ा के रहने वाले हैं. किसी दौर में सोहन को दो वक्त की रोटी का इंतजाम करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था.
सोहन यादव के घर का मूल व्यवसाय खेती था, जिससे केवल घर ही चलता था और ऊंची पढ़ाई के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था. इसके बावजूद सोहन सिंह ने प्राथमिक शिक्षा गांव से करने के बाद अपनी मेहनत और जज्बे के दम पर सागर विश्वविद्यालय से बीएससी की. यहां उन्हें एक शिक्षक के द्वारा योग की पूर्ण जानकारी मिली, जिसके बाद से ही योग सोहन के जीवन का अंग बन गया और पढ़ाई पूरी करने के बाद सोहन कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर के रूप में नौकरी करने के लिए चीन पहुंचे. जहां पर वह पार्ट टाइम में योग की क्लास पढ़ाते थे और समय के बदलाव के साथ चीन के 9 अलग-अलग शहरों में योगा सेंटर खोलकर आज सोहन यादव चीन में योगगुरु के नाम से अपना नाम कमा चुके हैं.