ललितपुर:जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाए जाने से भी संक्रामक रोगों का प्रकोप देखने को मिल रहा है. सरकारी और निजी चिकित्सालयों में वायरल बुखार के साथ-साथ उल्टी और दस्त के मरीज भरे पड़े हैं. जिसमें सबसे अधिक बुरा हाल जिला अस्पताल का है. जहां पर पैर रखने की भी जगह नहीं है. अचानक से मरीजों की संख्या में इजाफा होने के कारण कई मरीजों को तो बेड भी नसीब नहीं हो पा रहा है. बड़ी संख्या में मरीज जमीन पर लेटकर इलाज कराने को मजबूर है.
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जमीन पर लेटकर इलाज कराने को मजबूर मरीज
- संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाए जाने के बाद भी जिले में मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है.
- इस वजह से सरकारी चिकित्सालय सहित निजी चिकित्सालयों में भी मरीजों की भरमार है.
- जिला अस्पताल में दिन-प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ने से कई मरीजों को पलंग भी नसीब नहीं हो रहे हैं.
- यहां कई महिलाएं भी जमीन पर लेटकर उपचार करा रही हैं, इसके बाद भी अस्पताल प्रशासन मौन बना हुआ है.
- वर्तमान में जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को असुविधाओं से जूझना पड़ रहा है.