ललितपुर:केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना गरीब परिवारों के लिए मुफ्त इलाज मुहैया कराती है, लेकिन कई ऐसे भी परिवार हैं जो इस योजना से महरूम हैं. जिले में कुछ ऐसे ही गरीब परिवार हैं, जिनकी दुर्दशा पर जिम्मेदारों और जनप्रतिनिधियों की नजर नहीं पहुंच रही है.
बच्चों के इलाज के लिए भटक रही मां. बीमार बच्चे की मां ने ईटीवी भारत को सुनाई अपनी दास्तां
ललितपुर शहर के नेहरू नगर मोहल्ला निवासी रामसखी ने बताया कि उसके लड़के की तबीयत खराब रहती थी. इससे नाराज होकर पति ने उसे बच्चों सहित घर से निकाल दिया. रामसखी हाथ और पैरों से लाचार बेटे के इलाज के लिए पिछले आठ सालों से भटक रही है.
कोई नहीं ले रहा सुध
रामसखी ने बताया कि 20 साल पहले उनकी शादी मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के बम्होरी गांव में की थी. शादी के बाद रामसखी ने एक बेटा और एक बेटी को जन्म दिया. कुछ दिन बाद दोनों को बीमारी ने जकड़ लिया. इससे नाराज पति ने रामसखी को दोनों बच्चों सहित घर से निकाल दिया. उसके बाद से वह बच्चों के इलाज के लिए इधर-उधर भटक रही है, लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा है.
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नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ
रामसखी की बहन लक्ष्मी ने बताया कि उसकी बहन के दोनों बच्चों की तबीयत खराब रहती है, लेकिन उसे कोई सहायता नहीं दे रहा है. उसे किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. उसके पास न रहने के लिए घर है और न शौचालय.
सीएमओ ने दिया आश्वासन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रताप सिंह का कहना है कि कुछ बीमारी ऐसी होती है, इसके बारे में मुझे जानकारी मिली है. दोनों बच्चों को इलाज कराया जाएगा. परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा. परिवार को आयुष्मान भारत में भी उसका कार्ड दिया जाएगा.