लखनऊ :104 किलोमीटर का आउटर रिंग रोड का निर्माण कार्य चल रहा है. निकट भविष्य में यह लखनऊ की 'लाइफ लाइन' होगा. अलग-अलग एक्सप्रेस-वे से इस सड़क को कनेक्टिविटी मिलेगी. सड़क के दोनों ओर नई काॅलोनियों का विकास किया जाएगा, जिसको लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद दोनों ने ही तैयारियां शुरू कर दी हैं.
घनी आबादी वाले इलाकों में संचालित मंडियों को आउटर रिंग रोड पर शहीद पथ के बीच स्थापित करने की दिशा में काम किया जा रहा है. इसके लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण कंसल्टेंसी फॉर्म को भी नियुक्त कर चुका है. सर्वे के कार्य किए जा रहे हैं. इस संबंध में व्यापार मंडल के पदाधिकारियों व संबंधित स्टेकहोल्डर के साथ अलग-अलग बैठक करके व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने इस संबंध में सिटी लॉजिस्टिक प्लांट का प्रेजेंटेशन भी हाल ही में लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के समक्ष किया है. जिसमें भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मोहनलालगंज के पास मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने का प्रस्ताव किया जा रहा है, जोकि आउटर रिंग रोड के नजदीक होगा. नए सिरे से ट्रांसपोर्ट नगर को भी विकसित किया जाएगा. भविष्य में आउटर रिंग रोड के किनारे इस संबंध में भूमि का अर्जन शुरू किया जाएगा. ज्ञात हो कि आउटर रिंग रोड 2017 में बनना शुरू हुआ था. इस निर्माण करीब पांच हजार करोड़ की लागत से कराया जा रहा है. इसका काम 2024 में पूरा हो जाएगा. देवा रोड से कुर्सी रोड, सीतापुर रोड, हरदोई रोड, मोहान रोड, कानपुर रोड, रायबरेली रोड, सुल्तानपुर रोड से होते हुए देवा रोड पर वापस जोड़ा जाएगा.