ललितपुर: जिले में एक पति-पत्नी में विवाद इतना बढ़ गया कि नाराज पति अपनी 3 साल की बेटी को लेकर नंगे पैर ही निकल गया. वह भोपाल के लिए राप्तीसागर एक्सप्रेस मैं बैठ गया. बेटी के लापता होने से परेशान मां ने जीआरपी पुलिस थाने में बच्ची की अपहरण की शिकायत कर दी. जिसके बाद मासूम बच्ची की जान बचाने के लिए एक ट्रेन को नॉनस्टॉप भोपाल तक दौड़ाया गया.
दरअसल, ट्रेन स्टेशन से खुलने के बाद ट्रेन बीच में कहीं पर भी नहीं रुकी. वह सीधे भोपाल स्टेशन पर रुकी. हालांकि ट्रेन के भोपाल पहुंचते ही बच्ची को बचा लिया गया. देर रात जीआरपी भोपाल ने बच्ची और उसके पिता के साथ राप्तीसागर एक्सप्रेस ट्रेन से उतार लिया. जीआरपी पुलिस के अनुसार, ललितपुर में रहने वाली एक महिला ने जीआरपी थाने में उसकी 3 साल की बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी.
महिला ने बताया था कि 3 लोग उसकी बेटी का अपहरण कर राप्तीसागर एक्सप्रेस में बैठ गये हैं. शिकायत मिलते ही ललितपुर तत्काल भोपाल जीआरपी से संपर्क किया और स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. कैमरे एक व्यक्ति 3 साल की मासूम को लिये ट्रेन में बैठता हुआ दिखाई दिया.जिसके बाद जीआरपी भोपाल ने ट्रेन के भोपाल पहुंचने पर उसमें बच्ची की तलाश शुरू कर दी.
कुछ देर बाद ही पुलिस ने महिला के द्वारा बताये गये हुलिए के आधार पर 3 साल की बच्ची को खोज लिया. उसके साथ मिले 28 साल के युवक ने अपना नाम संतोष बताया. बच्ची उसे पापा बोल रही थी. पुलिस ने जब पूछताछ की तो संतोष ने बताया कि उसका पत्नी से झगड़ा हुआ था. इसी वजह से वह अपनी बेटी को लेकर भोपाल आ गया और वहीं रह कर बेटी को पालना चाहता है. पुलिस ने पति-पत्नी का सुलह कराया. जिसके बाद बच्ची और उसके मां-बाप ललितपुर लौटकर वापस आ गये.