ललितपुर: जिले की खाकी एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. ताजा मामला सदर कोतवाली अंतर्गत चौकी बिरधा के ग्राम सतरबांस का है. यहां एक किसान ने बिरधा चौकी इंचार्ज पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए विषाक्त पदार्थ खा लिया. वहीं एक वीडियो बनाकर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये योगी सरकार की पुलिस गुंडों को बढ़ावा दे रही है और शरीफों को टॉर्चर कर रही है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम सतरवांस निवासी किसान पंकज पाराशर की गांव में खेती है. उसके खेत पर खड़ी फसल को कुछ दबंगों ने जानवरों से चरवा कर जबरन नष्ट करवा दिया. जब किसान ने इसका विरोध किया तो दबंगों ने उसके साथ अभद्रता और गाली-गलौज की, जिसके बाद पीड़ित किसान दबंगों के खिलाफ बिरधा चौकी में 10 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उल्टा उसे ही रात भर चौकी में बैठाए रखा और जबरन समझौता लिखवा लिया.
वहीं, जब पीड़ित किसान ने तहसील दिवस में अधिकारियों से शिकायत की तो बिरधा चौकी इंचार्ज उसे रोजाना परेशान करने लगे. इसके अलावा दबंगों ने पुलिस से मिलकर उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी, जिससे क्षुब्ध होकर किसान ने आत्मघाती कदम उठा लिया.
पीड़ित किसान ने विषाक्त पदार्थ का सेवन करने से पहले एक वीडियो के माध्यम से अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि योगी सरकार की पुलिस गुंडों को बढ़ावा दे रही है. शरीफों को टार्चर कर रही है. यदि मैं मरा तो मेरे साथ-साथ मेरी पत्नी और दोनों बच्चे भी मरेंगे, जिसके जिम्मेदार पांचों गुंडे और पुलिस प्रशासन होंगे. मैं अपने गांव नहीं जा पा रहा हूं. परिवार का पालन पोषण करने का एकमात्र जरिया खेती ही है. जब मैं खेती नहीं कर पाऊंगा तो परिवार का पालन पोषण कैसे करूंगा.
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