ललितपुर: जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल बीते 26 मई को बिहार निवासी 58 वर्षिय प्रवासी मजदूर की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद कोरोना जांच के लिए सैम्पल भेजकर शव को मोर्चरी में रखा गया था. कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जब मृतक का भांजा शव लेने मोर्चरी पहुंचा तो वहां शव की हालत देखकर दंग रह गया.
ललितपुर: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, मोर्चरी में रखा शव सड़ा - allegations of negligence on health department
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल मोर्चरी में रखा प्रवासी मजदूर का शव खराब हो गया, जिसको लेकर परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
मृतक का भांजा परवेज आलम ने बताया कि मैं दिल्ली से आया हूं. हमारे मामा मुंबई से आ रहे थे. इसी दौरान उनको रास्ते में परेशानी हुई, क्योंकि वह डाइबिटीज के पेसेंट थे. उन्हें ललितपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. भर्ती कराने के थोड़ी देर बाद उनकी मौत हो गई. उसके बाद डॉक्टरों ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया और बताया कि शव को फ्रीजर में रख दिया गया है.
मृतक का भांजा परवेज आलम ने बताया कि कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जब शव को लेने मोर्चरी गया, तो वहां शव देखने लायक नहीं था. शव खराब हो चुका था. शव को फ्रीजर में नहीं रखा गया था. वहीं इसपर सीएमओ डॉ. प्रताप सिंह ने का कहना है कि इस मामले में सीएमएस से बात हुई है. फ्रीजर में दिक्कत आने की बात सामने आ रही है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.