लखीमपुर खीरी: इंडो-नेपाल बॉर्डर पर हिंदुस्तान की बेटियां सरहद की निगहबानी में जुटी हैं. ये बेटियां हाथों में अत्याधुनिक हथियार थामे सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में जवान हैं. तराई इलाके के बियाबान जंगलों में ये बेटियां बेखौफ सरहद की निगरानी करती हैं. 1700 किलोमीटर से ज्यादा नेपाल की सीमा में तैनात महिला जवान मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देती हैं.
लखीमपुर खीरी: इंडो-नेपाल बॉर्डर पर देश की रक्षा में तैनात हैं हिंदुस्तान की बेटियां - इंडो-नेपाल बॉर्डर
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर हिंदुस्तान की बेटियां सरहद की निगहबानी में जुटी हैं. 1700 किलोमीटर से ज्यादा नेपाल की सीमा में तैनात महिला जवान मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देती हैं.
लखीमपुर खीरी के नेपाल बॉर्डर पर बसही की एसएसबी 49वीं कंपनी की ये महिला जवान 'जोश भरा है सीने में हथेलियों पर जान' एसएसबी थीम पर अपनी ड्यूटी को मुस्तैदी से अंजाम देती हैं. 49वीं बटालियन में 100 से ज्यादा महिला जवान अपनी सेवाएं दे रही हैं.
देश की ये बेटियां बॉर्डर पर अपनी जान जोखिम में डालकर देश सेवा में लगी हैं. जंगली इलाके में बाघ, तेंदुए और जंगली हाथियों से लेकर जहरीले सांपों तक से इनको हमेशा खतरा बना रहता है. अपने घरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर रहकर देश की ये बेटियां अपने वतन हिंदुस्तान की सरहदों की रक्षा का बीड़ा उठाए रहती हैं.