लखीमपुर खीरीः लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence ) मामले में अब यूपी पुलिस को हिंसा में प्रयोग किए गए रिपीटर गन और पिस्टल की तलाश है. इधर स्पेशल क्राइम ब्रांच को पूछताछ में 56 और नाम पता चले हैं जो इस हिंसा में शामिल थे. जो थार, फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो में सवार थे. एसआईटी के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में फोरेंसिक टीम ने आज मौका-ए-वारदात का मुआयना किया. क्राइम ब्रांच और एसआईटी ने पुतले खड़े करके थार, फार्च्यूनर और स्कार्पियो को घटनास्थल पर किसानों को रौंदने का सीन भी रिक्रिएट किया.
तिकोनिया में तीन अक्टूबर को थार जीप से कुचलकर चार किसान एक पत्रकार को मारने का आरोप मंत्री के बेटे आशीष मिश्र पर है. बाद में उपजी हिंसा में एक ड्राइवर और दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की भी मौत हुई थी. कुल आठ लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने के इस मामले में एसआईटी ने गुरुवार को सीन रिक्रिएट कराया.
कब क्या हुआ
-सुबह 10 बजे क्राइम ब्रांच टीम ने मंत्री के बेटे आशीष के दोस्त अंकित दास उसके गनर लतीफ और ड्राइवर शेखर भारती को जेल से रिमांड पर लिया. क्राइम ब्रांच ऑफिस से टीम 12 बजे मौका-ए-वारदात के लिए तिकोनिया रवाना हुई.
-करीब 1.10 बजे पुलिस टीम मुख्य आरोपी मोनू उर्फ आशीष समेत चारों को लेकर घटनास्थल पहुंची, जहां पहले से भारी सुरक्षा व्यवस्था में आरएएफ और एसएसबी लगी थी. पूरे इलाके को क्वार्डन ऑफ किया गया था.
-1.20 मिनट पर अंकित दास के ड्राइवर शेखर को निकाल पुलिस ने पूछताछ की. फॉर्च्यूनर कैसे निकली और पलटने की जानकारी हासिल की.
-1.35 पर पुलिस ने पूर्व मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास को गाड़ी से बाहर निकाला. फिर पूरी घटना के बारे में तफसील से पूछताछ की कि कैसे किसानों का प्रोटेस्ट था. कैसे गाड़ी लाए. स्पीड क्या थी. कैसे पलटी और आग लगने की जानकारी ली.
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-1.55 पर फॉरेंसिक टीम ने चूना डाला निशान लगाए. फोटोग्राफी की और फीते से थार और फार्च्यूनर पलटने की दूरी भी नापी.