लखीमपुर खीरी: दुधवा टाइगर रिजर्व के किशनपुर सेंचुरी में एक बाघ शावक की मौत से हड़कंप मच गया. इस शावक का शव किशनपुर सेंचुरी के जंगलों में पड़ा मिला. बाघ शावक की मौत कैसे हुई इसके पीछे क्या कारण हैं ? अभी इसका पता लगाने में दुधवा टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन लगा हुआ है. पार्क के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक का कहना है कि प्रथम दृष्टया आपसी द्वन्द्व (इनफाइटिंग) का मामला लग रहा है. हम पूरे एरिया की घेराबंदी कर बारीकी से छानबीन कर रहे हैं. चैनल के माध्यम से पोस्टमार्टम कराने की व्यवस्था की गई है. जल्द ही मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
दुधवा टाइगर रिजर्व के किशनपुर सेंचुरी के बेलडांडा इलाके में एक बाघ शावक का शव पार्क के गश्ती दल ने देखा. बाघ शावक का शव देखकर स्टाफ ने तुरंत फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक और डिप्टी डायरेक्टर मनोज सोनकर को खबर दी. इस पर तुरन्त ही पार्क के अफसर मौके पर पहुंचे. बाघ शावक के शव के पास बाघिन भी बैठी थी. किसी तरह स्टाफ ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
बाघ शावक के शव मिलने पर वन्यजीव प्रेमियों ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है. सोशल मीडिया पर वन्यजीव प्रेमी कौशलेन्द्र सिंह ने पार्क प्रशासन पर निशाना साधते हुए लापरवाही बरतने और स्थिति को स्पष्ट करने की बात कही है.