लखीमपुर खीरी : जिले में भाजपा प्रत्याशी अजय मिश्रा के समर्थन में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक जनसभा को संबोधित किया. राजनाथ सिंह जब मंच से उतरे तो उनको गन्ना किसानों ने आवाज देकर रोक लिया. गन्ना किसानों ने कहा कि आप हमारा गन्ना का पेमेंट करा दो, हम मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनवा देंगे. इस पर गृहमंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया और सांसद अजय मिश्रा से मिलने के लिए सलाह भी दी.
राजनाथ सिंह से बोले गन्ना किसान-हमारा पेमेंट दिलवा दो, मोदी को फिर पीएम बनवा देंगे
भाजपा प्रत्याशी अजय मिश्र के समर्थन में जनसभा करने लखीमपुर खीरी पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाश सिंह को गन्ना किसानों ने मंच से उतरने पर रोक लिया. गन्ना किसानों ने राजनाथ सिंह से कहा कि वह उनका गन्ने का बकाया भुगतान करा दें, वे मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनवा देंगे.
गन्ना किसानों ने ईटीवी भारत से की बातचीत.
राजनाथ सिंह ने गन्ना किसानों को दिया आश्वासन
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को लखीमपुर खीरी आए थे. उन्होंने नसीरुद्दीन मौजी मेमोरियल हाल के प्रांगण में भाजपा सांसद अजय मिश्र टैनी और निघासन विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी शशांक वर्मा के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया.
- राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया. उन्होंने पुलवामा और उरी हमले के बाद सेना के पराक्रम का जिक्र किया. उन्होंने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक पर सेना की तारीफ की. इस दौरान जनता भी नीचे से भारत माता की जय के नारे लगाती रही.
- राजनाथ सिंह जनसभा को संबोधित करने के बाद मंच से नीचे उतरे. पंडाल के पीछे जलपान किया. नेताओं से मिले. इसके बाद कुछ मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल करने की कोशिश की पर सुरक्षा घेरे में घिरे राजनाथ सिंह जल्दी में थे. उन्होंने मीडिया कर्मियों से बात नहीं की.
- राजनाथ सिंह थोड़ा आगे बढ़े तो स्टेडियम की सीढ़ियों के पास तमाम गन्ना किसान खड़े थे. किसानों ने राजनाथ सिंह को रोक लिया और कहा कि साहब हमारा गन्ने का पेमेंट करा दीजिए. हम सब भारतीय जनता पार्टी को फिर से जिताएंगे. मोदी जी को एक बार फिर पीएम बनाएंगे.
- राजनाथ सिंह जी रुककर किसानों की बात सुनते रहे. उन्होंने किसानों का मांग पत्र भी ले लिया और किसानों से कहा कि सांसद अजय मिश्र को अपनी समस्या बताइए. हम भी प्रयास करेंगे. इसके बाद राजनाथ आगे बढ़ गए.
- गन्ना किसानों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि जिले की तीन चीनी मिलों ने सिर्फ अभी तक आठ से 10 दिन का पेमेंट किया है. चीनी मिल बंद होने को आई है पर उनका गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है. 14 दिन के पेमेंट का वायदा था.