लखीमपुर खीरी: खीरी जिला पिछले एक महीने से नेशनल मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है. शुरुआत 14 अगस्त 2020 को ईसानगर इलाके में एक बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना से हुई. दुष्कर्म और हत्या की इस वीभत्स घटना पर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी समेत विपक्षी दलों ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं जिले में बिगड़ी कानून व्यवस्था की गाज एसपी खीरी सत्येंद्र कुमार सिंह के तबादले के रूप में गिरी है. शासन ने सत्येंद्र कुमार सिंह को 23वीं बटालियन पीएसी मुरादाबाद भेज दिया. अब उनकी जगह विजय ढल को खीरी का नया एसपी नियुक्त किया है.
इस मामले में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसके बाद सरकार ने किसी तरह मामला शांत किया. तभी 24 अगस्त को नीमगांव छात्रा की बेरहमी से हत्या हो गई. फिर 3 सितम्बर को सिंगाही थाना इलाके में तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की वारदात हुई. इन सभी दुष्कर्म की घटनाओं में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से लेकर सपा प्रमुख अखिलेश, बसपा प्रमुख मायावती, यूपी में सक्रिय आप नेता संजय सिंह ने योगी सरकार की कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में लिया.