लखीमपुर खीरी: जिले में पुलिस ने इंटर में पढ़ाई करने वाले एक नाबालिग छात्र को शांति भंग करने के एक मामले में नोटिस जारी की है. नोटिस मिलने के बाद छात्र का परिवार और छात्र मानसिक रूप से काफी परेशान है. परिजनों का कहना है कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर यह नोटिस पुलिस ने उन्हें जारी की है. हालांकि पुलिस का कहना है कि पंचायत चुनाव के चलते जिले भर में सैकड़ों नोटिस जारी की गई हैं.
जानें पूरा मामला
जिले के मोहम्मदी कोतवाली के गांव बिजौरिया खानपुर निवासी बलकार सिंह के 17 साल के नाबालिग पुत्र गुरजिंदर सिंह को मोहम्मदी पुलिस ने धारा 149 में शांति भंग की नोटिस जारी की है. गुरजिंदर को दी गई नोटिस में गुरजिंदर सिंह पुत्र बलकार सिंह उम्र 53 साल लिखी है. बलकार सिंह के पुत्र गुरजिन्दर सिंह की उम्र 17 साल है. गुरजिंदर मोहम्मदी के उमा देवी चिल्ड्रेन्स एकेडमी में 12वीं का छात्र है. गुरजिंदर के नाम नोटिस आने के बाद घर के लोग काफी परेशान हैं.
गुरजिंदर के चचेरे भाई सुखविंदर सिंह फोटो स्टूडियो चलाते हैं. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले बिजौली गुरुद्वारे में पुलिस प्रशासन ने किसान आंदोलन को लेकर सिख किसानों की एक मीटिंग रखी थी. उनके घर के लोगों को भी मीटिंग में आने के लिए कहा गया था. घर पर ज्यादा लोग नहीं थे. सुखविंदर खुद फोटोशूट पर बाहर गए हुए थे, तो उन्होंने गुरुद्वारे में प्रशासनिक अफसरों की चाय पानी की व्यवस्था के लिए इंटर में पढ़ने वाले भतीजे गुरजिंदर को भेज दिया था. पुलिस ने वहीं पर आए हुए तमाम लोगों के नाम नोट किए थे, जब गुरजिंदर के नाम घर में शांति भंग की नोटिस आई, तो घर के लोग हैरान रह गए. सुखविंदर कहते हैं कि इंटर में पढ़ने वाले छात्र से पुलिस को कैसे शांति भंग करने की आशंका हो सकती है?
सुखविंदर सिंह कहते हैं कि उनके बूढ़े पिता काफी बीमार रहते हैं. दिन में पांच बार की इंसुलिन पर चल रहे हैं. उनको भी पुलिस ने शांतिभंग की आशंका में नोटिस दिया है. उनके चाचा और गुरजिंदर के पिता बलकार सिंह को नोटिस मिलने के बाद छात्र गुंजन गुरजिंदर काफी सहमा हुआ है. वह स्कूल जाने में भी आनाकानी कर रहा है. उसका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा.