लखीमपुर खीरी:जिले में दलित किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में विपक्षी दलों ने योगी सरकार को घेरा है. बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि प्रदेश में लगातार दलितों और महिलाओं पर हमले हो रहे हैं, उनकी हत्याएं हो रही हैं. ऐसे में सपा और भाजपा में क्या अंतर रह गया है?
वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर योगी सरकार पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है. भाजपाकाल में उप्र की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है. बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है?
दो आरोपी गिरफ्तार
लखीमपुर खीरी जिले में शुक्रवार की देर रात एक मासूम की हत्या का मामला सामने आया था. आरोपी मासूम की हत्या के बाद उसका शव गन्ने के खेत के पास फेंककर फरार हो गए थे. बताया जा रहा है कि मासूम की दोनों आंखें और जीभ किसी नुकीले औजार से छेद दिए गए थे. यही नहीं उसके दुप्पटे से बच्ची का गला घोंटा गया था. पुलिस ने मामले में दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
बसपा सुप्रीमों ने घटना को बताया शर्मनाक
मायावती ने सरकार पर सवाल उठाते हुए घटना को शर्मनाक बताया है. मायावती ने कहा कि ऐसी घटनाओं से सपा व वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अंतर रहा. मायावती ने लिखा कि सरकार खीरी के दोषियों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई करे. मायावती ने ट्वीट में आगे लिखा कि दलितों पर इस प्रकार की हो रही जुल्म-ज्यादती व हत्या आदि से पूर्व की सपा व बीजेपी की वर्तमान सरकार में फिर क्या अंतर है?
कांग्रेस का भाजपा सरकार पर हमला
लखीमपुर में नाबालिक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश की योगी सरकार पर करारा हमला बोला है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा और सरकार में बैठे लोगों की शह पर ही इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं.
कांग्रेस नेता अंशु दीक्षित ने लखीमपुर में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना पर एक बयान जारी कर कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसी सभी घटनाओं के सामने आने के बाद जो पुलिस का रवैया है वह भी हमेशा स्त्री मर्यादा के विरोध में दिखाई दिया है.
कांग्रेस नेता अंशु अवस्थी
इससे यह आसानी से समझा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की मंशा क्या है. सरकार की मंशा को जाने बगैर पुलिस इस तरह का व्यवहार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे प्रभावशाली लोग और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की शह पर ही इस तरह की अपराधिक घटनाएं हो रही हैं.
अजय कुमार लल्लू ने साधा राज्यपाल पर निशााना
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने लखीमपुर खीरी में मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और अमानुष कृत्य पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सवाल उठाते कहा कि प्रदेश में जंगलराज और बच्चों के साथ हो रहे अत्याचार पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल चुप क्यों हैं?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू.
ईटीवी भारत से बात करते अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश की जनता विशेषकर महिलाएं और बच्चियां अपराधियों और पुलिस के गठजोड़ से त्राहिमाम कर रही हैं. लखीमपुर खीरी में अबोध बच्ची के साथ गैंगरेप हत्या और शारीरिक दरिंदगी ने पूरे प्रदेश को शर्मसार किया है. महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध और हिंसा के मामले में योगी सरकार लगातार गलत तथ्य पेश करती रही है. जनता को गुमराह करने के लिए 11 अधिकारियों की टीम बनाई गई है, लेकिन यह टीम काम करने के बजाए मीटिंग करती है और लोगों को गुमराह करती है.
अजय कुमार लल्लू ने बताया कि पूर्व सांसद जफर अली नकवी और कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात की है. लखीमपुर समेत कई जिलों में लगातार बच्चियों के साथ आपराधिक वारदात हुई हैं.
बुलंदशहर में सुदीक्षा भाटी को छेड़छाड़ से बचने में जान गंवानी पड़ी, लेकिन पुलिस और सरकार अपराधियों को पकड़ने के बजाय पीड़ित परिवार को ही धमकाने में लगी है. ऐसा ही लखीमपुर के पूरे परिवार के साथ भी किया गया. सरकार का रवैया पीड़ितों को न्याय दिलाने के बजाय उन्हें धमकाने का है. आश्चर्य की बात यह है कि प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी बच्चियों और महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर पूरी तरह चुप्पी ओढ़े हुए हैं. प्रदेश में फैला जंगलराज उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है. उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आ रही है न ही वह इस प्रकार सरकार से कोई जवाब मांग रही हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता ने साधा सीएम योगी पर निशाना
लखीमपुर खीरी में बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले में विपक्षी दलों ने प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. विरोधी पक्ष का कहना है कि प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने हमला बोलते हुए कहा कि दरिंदगी की इंतहा हो गई है. यह निर्भया से भी ज्यादा विभत्सय कांड है, लेकिन सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को पार कर चुकी है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं. उन्होंने बताया कि 1550 थानों में अपराधियों का शासन चल रहा है. सरकार का बयान और घटना आश्चर्य में डालने वाला है.
अगर यही कांड दिल्ली में होता ?
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने बताया कि अगर यही कांड दिल्ली में होती तो इस पर बवाल मच जाता. बीजेपी के लोग खामोश नहीं बैठते. गृहमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों को इस्तीफा दे देना चाहिए.
आम आदमी पार्टी ने भी खोला मोर्चा
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि एक नहीं ऐसी हजारों घटनाएं सूबे में हो रही है, लेकिन प्रदेश की योगी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.