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उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान 15 नवम्बर से पहले कर लें ये जरूरी काम

उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को ऑनलाइन घोषणा-पत्र भरने का एक और मौका दिया गया है. घोषणा-पत्र भरने की तिथि बढ़ाकर 15 नवम्बर कर दी गई है. गन्ना आयुक्त ने किसानों से समय पर घोषणा-पत्र भरने की अपील की है.

गन्ना की खेती
गन्ना की खेती

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Published : Nov 3, 2021, 5:37 PM IST

लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के 55 लाख गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी है. खुशखबरी यह है कि यूपी के गन्ना किसानों के लिए ऑनलाइन घोषणा-पत्र भरने का एक और मौका दिया है. इसके चलते ऑनलाइन घोषणा-पत्र भरने की तारीख बढ़ाकर 15 नवम्बर हो गई है. इस वजह से घोषणा-पत्र भरने से वंचित किसानों को एक और मौका मिल गया है. वहीं गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने नया आदेश जारी कर समय से घोषणा-पत्र भरने की किसानों से अपील की है.

बता दें कि गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने एक नया आदेश जारी किया है. जारी आदेश में उन्होंने कहा है कि पिछले दिनों में बेमौसम बारिश, फसलों की कटाई और त्योहार के चलते तमाम किसान अपना घोषणा-पत्र नहीं भर पाए हैं. किसानों को ऑनलाइन घोषणा-पत्र भरने का एक और मौका दिया गया है. वो 15 नवंबर तक अपना घोषणा-पत्र भर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि जो किसान के साथ 15 नवंबर तक घोषणा-पत्र नहीं भरेंगे, उनका सट्टा संचालित नहीं होगा और उनको पर्चियां भी नहीं जारी होंगी. गन्ना आयुक्त ने यूपी के सभी किसानों से अपील की है कि वह जल्द से जल्द घोषणा पत्र भर दें. जिससे उनका सट्टा संचालित हो सके और उनकी पर्चियां समय पर आने लगे.

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उत्तर प्रदेश में खीरी जिला गन्ने की फसल और सबसे ज्यादा नौ चीनी मिलों वाला जिला है. खीरी जिले में ही अभी तक करीब 30 फीसदी गन्ना किसानों ने ऑनलाइन घोषणा-पत्र नहीं भरा है. जिले में अजबापुर चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू हो गया है, जबकि कुंभी का पेराई सत्र आठ नवंबर से शुरू होना है. इसके चलते चीनी मिलों ने पर्चियां जारी करना शुरू कर दी हैं. अब भी जिले में 30 फीसदी किसान ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक ऑनलाइन घोषणा-पत्र नहीं भरा है. बीसीओ बृजेश कुमार पटेल ने कहा है कि जिन किसानों ने घोषणा पत्र नहीं भरा है.

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