लखीमपुर खीरी : जिले में चीन से लौटकर आए एमबीबीएस के छात्र को जिला अस्पताल में कोरोना वायरस के इंफेक्शन के संदेह पर भर्ती कराया गया है. जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में छात्र के ब्लड और थ्रोट का सैंपल लिया गया है और लखनऊ केजीएमसी जांच के लिए भेजा गया है. सीएमएस डॉ. आरसी. अग्रवाल का कहना है क्योंकि ये चीन से लौटा है, इसलिए एहतियातन हमने यह कदम उठाया है. सैंपल भेजे जा रहे हैं. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता.
1 फरवरी को चीन से वापस आया छात्र.
जिला मुख्यालय से सटे महेवागंज गांव निवासी मोहम्मद हाफिज मंसूरी बुधवार को जिला अस्पताल के इमरजेंसी में आए. उन्होंने गले में कुछ खराश होने की बात बताई और डॉक्टर को यह भी बताया कि वह चीन से एक फरवरी को आए हैं.
कोरोना वायरस के शक पर छात्र का सैंपल लिया गया. इस पर जिला अस्पताल प्रशासन अलर्ट हो गया. सीएमएस डॉ. आरसी अग्रवाल अपनी पूरी टीम के साथ छात्र हाफिज मंसूरी को आइसोलेशन वार्ड लेकर गए और वहां उसको भर्ती कराया गया.
हाफिज के भाई मोहम्मद शफीक ने बताया कि हाफिज चीन में रहकर साढ़े तीन साल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा. वह एक फरवरी को ही लौटा है. हालांकि हाफिज स्वस्थ है और कोई दिक्कत नहीं है. गले में कुछ खराश थी, चूंकि कोरोना वायरस को लेकर के हर तरफ अलर्ट जारी है, इसीलिए एहतियातन हम जिला अस्पताल भाई को दिखाने के लिए आए थे.
ये भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी: कोरोना वायरस को लेकर इंडो-नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट
मोहम्मद शफीक ने यह भी बताया कि चीन में जिस जगह पर योहान शहर में कोरोना वायरस का प्रकोप है, वहां से उनका भाई करीब 800 किलोमीटर दूर रह रहा था. लेकिन कोरोना वायरस के फैलने की खबर के चलते ही वह चीन से अपने वतन लौटा है.
अभी हाफिज में कोई ऐसे लक्षण दिखाई नहीं पड़ रहे, लेकिन हमने एहतियातन उसका ब्लड और थ्रोट सैंपल लिया है. आइसोलेशन वार्ड में न किसी को जाने दिया जा रहा है और न ही किसी को मिलने की परमिशन है. जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक मरीज को आइसोलेशन में रखा जाएगा. केजीएमसी से कोई रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. आरसी अग्रवाल, सीएमएस