लखीमपुर खीरी: टेरर फंडिंग मामले में मुख्य आरोपी मुमताज अली ने सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. वहीं एटीएस ने दो और आरोपियों को कोर्ट में पेश किया है. एटीएस ने मुख्य आरोपी के लिखित बयान के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है. फिलहाल कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है.
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एटीएस ने 10 अक्टूबर को चार आरोपियों को टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसके बाद से ही यह पूरा नेटवर्क का खुलासा करने में एटीएस जुटी हुई है. शुक्रवार को एटीएस के सीओ शैलेंद्र कुमार सिंह राठौर ने पकड़े गए दो और आरोपियों सिराजुद्दीन और फहीम को सीजेएम कोर्ट में पेश किया. इधर टेरर फंडिंग के मुख्य आरोपी मुमताज अली ने एटीएस और पुलिस को चकमा देते हुए सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
इसे भी पढ़ें- लखनऊ: टेरर फंडिंग से जुड़े दो अभियुक्तों को एटीएस ने किया गिरफ्तार
टेरर फंडिंगआरोपी को पुलिस ने पकड़ा
- इंडो-नेपाल बॉर्डर के तिकोनिया इलाके में 10 अक्टूबर को एटीएस और खीरी पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
- डीजीपी ओ पी सिंह ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का खुलासा किया था.
- इन चारों आरोपियों के पास से नेपाली और भारतीय मुद्रा बरामद की गई है.
- वहीं इनके पास से दो मोबाइल भी बरामद किए गए हैं.
- चारों आरोपी इन पैसों का उपयोग टेरर फंडिंग में किया करते थे.
- आरोपियों के तार बरेली और दिल्ली से भी जुड़े हुए थे.
एटीएस के सीओ ने सीजेएम कोर्ट में मुख्य आरोपी मुमताज के लिखित बयान करवाने की अर्जी देते हुए दो और आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. जिसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है.