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कैमरे की निगरानी में मां से मिलाया जाएगा तेंदुआ शावक - leopard cub lakhimpur kheri

लखीमपुर खीरी में मिले तेंदुआ शावक को मां से मिलाने का प्रयास वन विभाग ने शुरू किया है. यह तेंदुआ दक्षिण खीरी वन प्रभाग के हरदुआ गांव के पास गोला रेंज में गन्ने के खेत की कटाई के दौरान ग्रामीणों ने पकड़ा था. वन प्रभाग के डीएफओ का कहना है कि शावक को कैमरे की निगरानी में मां से मिलाया जाएगा. इसे एक सुरक्षित केज में रखा जाएगा, जिससे मां आकर शावक को ले जा सके.

ग्रामीणों ने बचाया तेंदुआ शावक
ग्रामीणों ने बचाया तेंदुआ शावक

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Published : Feb 26, 2021, 5:27 PM IST

Updated : Feb 26, 2021, 8:06 PM IST

लखीमपुर खीरी : जिले में बीते दिनों गन्ने के खेत से मिले तेंदुआ शावक को मां से मिलाने का प्रयास वन विभाग ने शुरू किया है. यह तेंदुआ दक्षिण खीरी वन प्रभाग के हरदुआ गांव के पास गोला रेंज में गन्ने के खेत की कटाई के दौरान ग्रामीणों ने पकड़ा था. लोगों ने उसे पकड़कर पड़ोस में बने एक शौचालय में सुरक्षित बंद कर दिया था. इसके बाद डायल 112 पर पुलिस को जानकारी दी थी. खबर मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. दक्षिण खीरी वन प्रभाग के डीएफओ समीर कुमार का कहना है कि शावक को मां से नेचुरली मिलाने का प्रयास किया जाएगा. इसे एक सुरक्षित केज में रखा जाएगा, जिससे मां आकर शावक को ले जा सके.

तेंदुआ शावक को मां से मिलाने का प्रयास

ग्रामीण कर रहे थे शावक को मारने की बात

दक्षिण खीरी वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले बिजुआ इलाके के हरैय्या गांव निवासी संदीप गन्ने के खेत में चारा लेने के लिए गए थे. तभी उन्हें एक अजीब सा जानवर गन्ने के खेत में दिखाई दिया. संदीप ने आवाज लगाई तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. जानवर को पकड़ने का प्रयास किया, तो वह भागने लगा. हालांकि, संदीप ने आखिरकार उस जानवर को पकड़ लिया. पकड़ने के बाद पता लगा कि ये जानवर तेंदुए का शावक है. कुछ ग्रामीण उसे मारने की बात कर रहे थे, पर संदीप और अन्य लोगों ने शावक को पकड़कर सुरक्षित एक शौचालय में बंद कर दिया.

इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी. पुलिस ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी. डीएफओ समीर कुमार अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने तेंदुए का शावक होने की पुष्टि करते हुए उस को अपने कब्जे में लिया.

हमारा यही प्रयास है कि इस बच्चे को उसकी मां से मिलवा दिया जाए. इसके लिए हम एक बाड़ा बना रहे हैं. कैमरा ट्रैप लगाकर पूरी निगरानी करेंगे कि मां बच्चे को ले जा रही है या नहीं. फिलहाल यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है. अगर हम इस कार्य में सफल हो जाते हैं, तो अच्छा नहीं तो तेंदुआ शावक को जू भेजना पड़ेगा.

-समीर कुमार, डीएफओ, साउथ खीरी फॉरेस्ट

Last Updated : Feb 26, 2021, 8:06 PM IST

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