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लखीमपुर खीरी: जनगणमन गा रहे लेखपाल, सुन नहीं रही यूपी सरकार

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हड़ताली लेखपालों ने अब भजन और राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया है. सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए उन्होंने यह नया तरीका निकाला है. 16 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार लेखपालों की बात सुनने को तैयार नही हैं.

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जनगणमन गा कर लेखपालों का विरोध प्रदर्शन.

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Published : Dec 27, 2019, 8:49 AM IST

लखीमपुर खीरी: लेखपालों की हड़ताल लगातार जारी है. उन्होंने अब विरोध का नया तरीका निकाला है. लेखपालों ने भजन और राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया है. सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए 16 दिन से लगातार विरोध कर रहे हैं. सरकार लेखपालों को सुनने को तैयार नहीं है. उधर लेखपाल भी अपना सब कुछ दांव पर लगा हड़ताल से कदम पीछे खींचने को तैयार नही हैं.

जनगणमन गा कर लेखपालों का विरोध प्रदर्शन.

खास बातें-

  • खीरी में हड़ताली लेखपालों ने अब भजन और राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया है.
  • सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए उन्होंने यह नया तरीका निकाला है.
  • 16 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार लेखपालों की सुनने को तैयार नहीं है.
  • 16 लेखपालों को अनिवार्य सेवा निवृत्ति नोटिस समेत 355 लेखपालों पर कार्रवाई हो चुकी है.
  • डीएम ने भी अब सभी लेखपालों से काम पर वापस आने की अपील की है.

लगातार लेखपालों की हड़ताल जारी
जिले में हड़ताल कर रहे लेखपालों का जोश 10 डिग्री के भीषण ठंड में भी कम नहीं हुआ है. ग्रेड-पे बढाने समेत आठ सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपाल रोज सुबह प्रार्थना से अपना धरना शुरू करते हैं. इसके बाद भारत माता की जय और इंकलाब जिंदाबाद के नारे भी लगाते हैं. पर 16 दिन बीतने पर भी लेखपालों की बात सरकार नहीं मान रही. जिले में 20 से ज्यादा लेखपालों को निलंबित और 355 लेखपालों की सर्विस ब्रेक और 16 को अनिवार्य सेवा निवृत्ति की नोटिस दी जा चुकी है.

राष्ट्रगान के साथ करते हैं विरोध
लेखपाल अपनी मांगें सरकार तक पहुंचाने के लिए जनगणमन, भारत माता की जय, वन्दे मातरम् और भजन कीर्तन का सहारा भी ले रहे हैं. पर सरकार उनकी बात अभी तक सुनने को तैयार नहीं है.

लेखपाल परिवार के अंग हैं. भीषण सर्दी में हमें उनकी जरूरत है. हम अपील कर रहे हैं कि वो काम पर लौटें सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी.
-शैलेन्द्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी

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